खबर लहरिया छतरपुर छतरपुर में युवाओं ने खोली गांधी बुक बैंक

छतरपुर में युवाओं ने खोली गांधी बुक बैंक

छतरपुर जिले में एक छोटे से गांव से कृष्णकांत मिश्रा है जो गांधी आश्रम में 8 वर्षों से रहकर अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। वह एक गांधीवादी हैं और उनके दादा को भी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। एक दिन एक युवा लड़की ने अपनी नौकरी मिलने के बाद उनसे पूछा कि क्या कोई ऐसी जगह है जहां मैं अपनी बुक्स दान कर सकती हूँ। उनकी नौकरी लग गई थी और उनको ज़्यादा ज़रूरत नहीं थी। उस दिन से उनके मन में एक विचार उठा कि क्यों ना छतरपुर जिले में एक बुक बैंक शुरू किया जाए जहां लोग अपनी बुक्स जमा कर सकते हैं और यह उनकी मदद करने के साथ-साथ दूसरों की मदद भी कर सकती है। वह अपने विचारों को अपने साथियों से शेयर करते।

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दिनांक 16 अप्रैल 2023 को बुक बैंक का शुभारंभ हुआ, जिसे काफी अच्छा फीडबैक मिला है। इसमें कई लोग इसके सहयोग में हैं। अब तक बुक बैंक में 500 बुक आ चुकी हैं और बच्चे यहां से बुक ले जा रहे हैं। गांधी आश्रम में इस बुक बैंक को खोला गया है, जिसका समय शाम 5:00 बजे रखा गया है। यहां पर बच्चे आकर शुद्ध वातावरण में अपनी पढ़ाई भी कर सकते हैं। बच्चों को यहां से बुक्स लेने के लिए सिर्फ ₹10 शुल्क जमा करना होगा। पढ़ाई करने के बाद वह बुक्स को यहां वापस जमा कर सकते हैं। यह छतरपुर का पहला अनोखा बुक बैंक है।

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