खबर लहरिया Blog टीकमगढ़: तेजी से बढ़ रहा वायरल बुखार, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या

टीकमगढ़: तेजी से बढ़ रहा वायरल बुखार, अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या

मौसम में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव से सर्दी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। अभी एकदम बीमारों की संख्या में इजाफे का कारण बदला मौसम और बीमारियों के कीटाणुओं के लिए अनुकूल माहौल होना बताया जा रहा है।

hospital photo by khabar lahariya

टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में सर्दी जुखाम बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। अचानक बढ़ रहे ऐसे मामलों से डॉक्टरों ने अपने आस पास साफ़-सफाई रखने के आदेश दिए हैं। नारगुड़ा निवासी राम चरण जो अपने नातियों को लेकर जिला अस्पताल में इलाज कराने आए थे उन्होंने बताया कि उनको तीन-चार दिन से सर्दी जुखाम बुखार आ रहा है। इसकी दवा उन्होंने गांव में भी कराई थी लेकिन कुछ भी आराम नहीं मिला है। अस्पताल में भीड़ के चलते वह 1 घंटे से लाइन में लगे हुए थे लेकिन अभी तक पर्चा नहीं बन पाया था। पर उनको उम्मीद है की जिला अस्पताल में आने से उनके बच्चों को आराम जरूर मिलेगा।

रोजाना पहुँच रहे 700 से 800 मरीज

crowd in hospital photo by khabar lahariya

                                                         बढ़ते वायरल बुलखर से टीकमगढ़ अस्पताल में लोगों की लगी भीड़ ( स्त्रोत – खबर लहरिया रिपोर्टर)

नई दुनियां की 2 सितम्बर की रिपोर्ट के मुताबिक बीते लगभग एक सप्ताह से वायरल फीवर के सबसे अधिक मामले जिला अस्पताल में पहुंच रहे हैं। ओपीडी में भी 700 से 800 मामले प्रतिदिन वायरल फीवर के पहुंच रहे हैं। वार्डों की बात करें तो एक-एक बेड पर दो से तीन मरीजों को लेटाना पड़ रहा है। खास बात यह है कि वायरल फीवर में भी कई मरीजों में प्लेटलेट्स कम होने की शिकायत आ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि सामान्य बुखार में भी प्लेटलेट्स कम हो जाती हैं, मगर मरीज को अधिक से अधिक तरल पदार्थ जैसे मौसमी जूस, नारियल का पानी, कीवी और पैकिंग जूस लेने चाहिए।

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सर्दी बुखार से जूझ रहा परिवार

long line in hospital photo by khabar lahariya

                                                                          अस्पताल में भीड़ की वजह से लोगों बैठकर कर रहे अपनी बारी का इंतज़ार

गांव कुड़ीला की मालती ने बताया है कि वह अपनी बेटी को लेकर इलाज कराने आई हैं। उनकी बेटी को तीन- चार दिन से सर्दी जुखाम-बुखार खांसी आ रही है। उन्होंने इसके पहले खरगापुर में भी दिखाया था पर वहां पर कुछ आराम नहीं मिला है।वहां के डॉक्टरों द्वारा बताया गया था कि सीना पर सूजन आ गई है। इसलिए वह जिला अस्पताल लेकर आई हैं। उन्होंने बताया कि उनके घर में सारे लोग सर्दी जुखाम बुखार जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं।

सुंदरपुर से आई रतनबाई जो अपने पति के खून की जाँच रिपोर्ट का इन्तजार कर रही थी। उन्होंने हमें बताया है कि उनके पति सर्दी जुखाम से 8 दिन से बीमार हैं। गांव के आसपास बैठने वाले डाक्टरों से उन्होंने इलाज कराया लेकिन आराम नहीं हुआ। उनका कहना है कि इतना पैसा तो नहीं है की प्राइवेट अस्पताल में दिखा सके इसलिए वह सरकारी जिला अस्पताल में लेकर आई हैं। रिपोर्ट के आधार पर वह आगे अपने पति का इलाज कराएंगी।

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निमोनियां से जूझ रही बच्ची

पार्वती जो गांव जुदाईयां की रहने वाली हैं उन्होंने बताया कि वह अपनी नातिन को भर्ती किए हैं। उनकी नातिन को चार-पांच दिन से सर्दी जुखाम बुखार आ रहा था फिर उन्होंने डाक्टर शर्मा को दिखाया तो वहां पर उन्होंने निमोनिया बताया। उन्होंने कहा कि उनके गाँव में हर घर में सर्दी जुखाम खांसी बुखार से परेशान हैं। पार्वती अपनी नातिन को लेकर बहुत चिंतित हैं उन्होंने अपील की है कि जो गांवों में सर्दी जुखाम जैसी बीमारी फैल रही है तो दवाइयों का छिड़काव कराया जाए और घर-घर जाकर जांच की जाए जिससे लोग ठीक हो सके।

डॉक्टर बोले- साफ सफाई का रखें विशेष ध्यान

जिला अस्पताल के डॉक्टर वरुण खरे ने बताया है कि मौसम के बदलाव के कारण यह बीमारियाँ फ़ैल रही हैं। इसका कारण जगह-जगह पानी का भराव, मच्छर का काटना जैसी चीजों से बीमारियाँ फ़ैल रही हैं। जिसमें डेंगू मलेरिया के मरीज ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। इसके बचाव के लिए विशेष ध्यान देने की जरुरत है। गांव में आसपास कहीं भी गंदगी ना फैलाएं, साफ सफाई रखें, सोते समय मच्छरदानी लगा कर सोये। बार-बार साबुन से हाथ धोएं जिससे आने वाली बिमारियों से बचें।

इस खबर की रिपोर्टिंग रीना द्वारा की गयी है।

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