खबर लहरिया जिला बिहार: पढ़ाई करें या पानी भरें?

बिहार: पढ़ाई करें या पानी भरें?

जिला सारण के गांव कोडाराव जिसकी जनसंख्या लगभग 300 है। यहाँ 2016 में सात निश्चय योजना के तहत पानी की टंकी लगाईं गई थी। लोगों के अनुसार वह पिछले एक साल से बंद पड़ी है और इससे बच्चे, बूढ़े, जवान सब प्रभावित हैं।
गीता देवी का कहना है कि पानी की टंकी 1 साल से खराब हो गई है। कबूतरी देवी का कहना है कि पानी ना आने की वजह से बहुत सारी दिक्कत होती है। जैसे लोगों के नल पर जाते हैं पानी भरने तो कोई नल की टोटी निकाल देता है, तो कोई झगड़े करता है।

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मनीषा कुमारी का कहना है कि वह 12वीं क्लास में पढ़ती है और इनको पढ़ने जाना पड़ता है कोचिंग या क्लास करने तो इनको नहाने की जरूरत पड़ती है। जब यह नहाने जाती है तो दूर घर से पानी भरकर लाते समय लेट हो जाता है और बाकी घर का काम भी रहता इस वजह से वह नहीं जा पाती हैं। जितेश कुमार का कहना है कि पोखरा पर जाते हैं नहाने और स्कूल का टाइम निकल जाता है इसलिए लेट हो जाते है।

अमरजीत का कहना है कि जब पानी आ ही नहीं रहा है तो नल को काट कर फेंक देते हैं क्योंकि जब पोखरा में ही नहाना है तो फिर यह नल क्यों झूठमूठ का लगा है जिनकी ज़मीन में टंकी लगी है।

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