खबर लहरिया आवास मैडम! एक झोपड़ी में 6 लोग रहते हैं, कैसे गुजारा होगा?

मैडम! एक झोपड़ी में 6 लोग रहते हैं, कैसे गुजारा होगा?

जिला प्रयागराज ब्लॉक शंकरगढ़ गांव शिवराजपुर मजरा कुवारी नंबर पांच अभी यहां के लोगों को आवास नहीं मिला है जबकि प्रधानमंत्री जी का वादा था की किसी का 2022 में कच्चे घर नहीं रह जाएगा। सभी के पक्का मकान होंगे लेकिन गांव में देखा जाए तो अभी 50 परसेंट कच्चे घर बने हुए हैं। अपनी झोपड़ी में गुजारा करते हैं। कुछ विधवा महिलाएं हैं वह सिर्फ पन्नी तान के गुजारा करती हैं।

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बरसात के सीजन में इस तरह से चूता है घर के अंदर पानी भर जाता है। खाना बनाने की जगह नहीं रह जाती है। लोग रात भर बैठ कर गुजारा करते हैं। यदि कोई रिश्तेदार आ जाए तो उनको बैठाने के लिए जगह नहीं होती है इस तरह की स्थिति गांव में बनी हुई है। बस नाम के लिए कहा जाता है कि सब गरीबों को आवास दिया जाएगा लेकिन गांव में देखा जाए जो गरीब पात्र लोग हैं उनको आवास नहीं मिला है। लोग बस आवाज उठाते हैं प्रधान से कहते हैं ब्लॉक जाते हैं सिर्फ आश्वासन मिलता है। लेकिन आवास नहीं मिलता कुछ इसी तरह विधवा महिलाएं हैं उनको आवास नहीं मिला है।

पन्नी तान के गुजारा कर रही हैं और उनके घर पर कोई कमाने वाला नहीं है और ना घर जाने वाला है। तब पर भी उनको आवास नहीं मिला है चुनाव के समय सिर्फ लोग वादा करते हैं कि हां आवास मिल जाएगा लेकिन चुनाव के बाद कोई झांकने तक नहीं जाता है। यह गांव के लोगों की क्या स्थिति है लोगों का यही कहना है कि चुनाव का समय आ गया है और सरकार का जो वादा था कि 2022 में घर-घर कॉलोनी मिलेंगे। पक्के घर होंगे तो उसी तरह हम लोगों को भी आवास मिलना चाहिए नहीं तो इस साल वोट नहीं डालेंगे क्या फायदा है। हम गरीबों की कोई सुनवाई नहीं होती है। जो असलियत में गांव में गरीब है उनको आवास नहीं मिलता है। यह हर जगह का नियम है जिनको जरूरत होती है उनको नहीं मिलता है सिर्फ पैसे वालों को मिलता है गरीब जनता दर-दर भटकती है।

प्रधान नीलम सिंह का कहना है कि शिवराजपुर गाँव की आबादी 5 हजार है और वोटर 1750 हैं। आवास टोटल 135 आवास आये थे 30 बन गये हैं 45 से 50 बन रहे हैं और 65 आवास बनना है। चुनाव के बाद दोबारा से सर्वे होगा जिनका नाम छूटा है उन्हें भी आवास दिया जाएगा।

शिवराजपुर एडीओ पंचायत रवीन्द्र नाथ गुप्ता हमारे शिवराजपुर ब्लॉक में टोटल ग्राम पंचायत 76 है। वैसे जिले से निर्धारित होता है किस गांव में कितना आवास देना है। इसमें से 2-3 ग्राम पंचायत छोड़ के और सभी में आवास का निर्माण हो रहा है। सबसे पहले गरीब लोगों को दिया जाता है जिन लोगों को नहीं भी मिला है उनको मिलेगा।

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