बुंदेलखंड में मक्के के बरे काफी प्रसिद्ध है ठीक उड़द की दाल के बरे की तरह। एमपी के शिवनी जिले के एक छोटे से गांव में रहने वाली हरि बाई बताती हैं, जैसे उड़द के दाल के बरे बनते हैं वैसे ही मक्के के बरे भी बनाये जाते हैं। यह खाने में बहुत स्वादिष्ट होते हैं लेकिन हर कोई इसे नहीं बना सकता।
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मक्के के बरे बनाने के लिए पहले मक्के के दाने अलग कर लिए जाते हैं फिर उसे साफ किया जाता है। मक्के को पत्थर के बीच पीसने के बाद उसे एक बर्तन में निकाल लिया जाता है। इसके बाद स्वाद अनुसार उसमें कई प्रकार के मसाले डाले जाते हैं। जैसे – हरा धनिया, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन आदि। इन सारे मसालों को भी पीसकर एक अलग बर्तन में रख लिया जाता है। इसके बाद मक्के के पेस्ट को किसी पन्नी या कपड़े में डालकर गर्म कढ़ाई में हल्के हाथों से डाला जाता है। इस तरह मक्के के बरे बनकर तैयार हो जाते हैं फिर इसे चटनी के साथ खाया जाता है।
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