खबर लहरिया ताजा खबरें बुंदेलखंड के लोग: मिलिए रामवती से और सुनिए इनके गाँव के बारे में

बुंदेलखंड के लोग: मिलिए रामवती से और सुनिए इनके गाँव के बारे में

पानी की किल्लत

हुमंस ऑफ़ बुंदेलखंड

इस महिला का नाम रामवती है, यह जिला ललितपुर ब्लाक महरौनी मोहल्ला काशपुरा की  हैं. इनका कहना है कि हम लोग करीब 10 साल से पीने के पानी के लिए पानी की परेशानी   हैं पर हमें कोई समाधान नहीं मिल रहा है. अभी हम 1 किलोमीटर दूरी से पानी ला रहे हैं, हम लोगों को पास पीने के पानी की कोई सुविधा या व्यवस्था नहीं है |

हमारे इस काशपुरा मोहल्ले में करीब 600 लोग रहते हैं  इस मोहल्ला में सिर्फ 6 हेडपंप है.

हम लोगों को पानी की परेशानी  बहुत होती  हैं, देखिए तीन बर्तन से पानी भरते हैं और करीब 20 खेपके पर पानी लाना पड़ता है|

हमारे इस मोहल्ले में हर परिवार परेशान हैं, सभी को जीने के लिए पीने का पानी अनिवार्य है पर हमारी ऐसी किस्मत कहाँ? हमें तो पीने का पानी तक नसीब नहीं होता। हमारे यहां पाइपलाइन तो डाल दी गई है पर पाइपलाइन टाइम से नहीं चालू होती है.

तभी हम लोगों को समय से पानी नहीं मिलता है इसलिए हैंडपंप का भी इस्तेमाल करना पड़ता है. हम लोग यह चाहते हैं कि हमारे इस मोहल्ला में काम से काम एक हैंडपंप ही लग जाए जिससे अगर नल का पानी नहीं आता है तो हम लोगों को कोई दिक्कत नहीं रहेगी। हम लोग आराम से पानी भर सकते हैं.

इस बारे में कई बार चेयरमैन साहब से बात किया पर आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई. हम लोगों को सबसे ज्यादा गर्मियों में दिक्कत होती है, गर्मियों में पानी की खपत ज्यादा होती है जिसके कारण बहुत मुश्किल हो जाता है गुज़ारा करना पर अभी सर्दियाँ आ रहीं हैं और पानी का खर्च भी काम हो रहा है तो काम चल जाता है.

हम लोग चाहते हैं कि हमारी बातें सुनी जाएं और हमारी परेशानी  का समाधान किया जाए. क्योकि अभी तो आलम यह है की लोग पानी भरने जाते हैं और एक-एक घंटा पानी भरने में बीत जाता हैं, तभी हम लोग टाइम पर काम पर नहीं पहुंच पाते हैं. आधा समय तो हम लोगों को पानी भरने में ही चला जाता है हेडपंप पर जाओ तो काफी भीड़ रहती है जिससे हम लोगों को लाइन लगाकर खड़ा होना पड़ता है.