कमलगट्टा क्या होता है ?
कमलगट्टा, कमल का फल होता है। इसे लोगों द्वारा बड़े ही मज़े के साथ खाया जाता है। बता दें, फल में मौजूद बीजों को लोग छीलकर खाते हैं जो देखने में मूंगफली की तरह होते हैं। इनका स्वाद भी कुछ मूंगफली की तरह या उससे भी ज़्यादा स्वादिष्ट होता है।
महोबा जिले के जैतपुर ब्लॉक, कुलपहाड़ कोतवाली, क़स्बा बेलाताल के लोग भी कमलगट्टे का इस्तेमाल रोज़गार और खाने के लिए करते हैं। बेलाताल के तालाब में खूब सारे कमल के पौधे हैं, जहां से स्थानीय लोग कमलगट्टे तोड़ते हैं।
शुभदा वर्मा कहती हैं, कमलगट्टा स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। इसे खाने से भूख भी लगती है।
वहीं मुंगा और शंकर नाम के व्यक्तियों का कहना है कि वह कमलगट्टा तोड़ खुद भी खाते हैं और दूसरों को भी खिलाते हैं। वहीं वे कमलगट्टे को 100 से 200 रूपये में बेच भी लेते हैं। इसकी बिक्री भी अच्छी होती है।
ये भी देखें –
महोबा: कमलगट्टे का नाम तो सुना ही होगा, आज देखिये इसका इतिहास क्या है?
कमलगट्टे के फायदे
– कमलगट्टे के छोटे से बीज में पोषणकारी तत्व होते हैं।
– यह मधुमेह , दिमाग के विकास के लिए, किडनी से सम्बंधित ,पाचन तंत्र आदि में बहुत असरदार साबित होता है।
– इसके साथ ही यह गर्भावस्था में होने वाली परेशानियों को भी दूर करता है।
– कमलगट्टे की की तरह ही कमल की जड़ यानी कमल ककड़ी की सब्ज़ी भी बहुत स्वादिष्ट और लाभकारी होती है।
ये भी देखें – दुनिया के सबसे महंगे ‘मियाज़ाकि आम’ की खेती कर रहा एमपी का एक जोड़ा
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’