खबर लहरिया ताजा खबरें महोबा: कुलपहाड़ कस्बा के सार्वजनिक शौचालय बन कर तैयार, ताला खुलने का है इंताजर

महोबा: कुलपहाड़ कस्बा के सार्वजनिक शौचालय बन कर तैयार, ताला खुलने का है इंताजर

महोबा  जिले के कस्बा कुलपहाड़ में   लगभग 1 साल बने सार्वजनिक शौचालय जिसने एक शौचालय में नव सीट का शौचालय है जिसमें एक महिला शौचालय में 1 साल से ताला लटक रहा है और एक पुरुष शौचालय में ताला लटक रहा है जिससे वहां के लोगों का आरोप है कि अगर चार महिलाएं आ जाती हैं तो हम लोग खड़े रहते हैं जगह नहीं मिलती हैचित्रकूट: सुलभ शौचालय का हाल बेहाल, टूटे पड़े दरवाजे और सीट

शौच के लिए सार्वजनिक शौचालय में जो ताला लगा हुआ है अगर  उस शौचालय का ताला खोल दिया जाए तो यह दिक्कत नहीं पड़ेगी खड़े भी नहीं रहेंगे ना लाइन लगाएंगे  क्या सर्वजनिक शौचालय जो होते हैं तो उसमें ताला लटकने के लिए होता है या सबके यूज करने के लिए होता है हां होता तो है सबके यूज करने के लिए पर कोई ऐसा भी होता है कि एक शौचालय में ताला डाल दे बात करने से पता चला हुआ है कि नहीं हम अपने ही शौचालय साफ करने के लिए ताला डालें यह जो शौचालय में रहने वाले सफाई कर्मी का कहना है

सरकार ने तो आदमी की सुविधाओं के लिए लाखों रुपए खर्च किया है कि लोगों को दिक्कत ना मिले शौच के लिए और स्वच्छ रहे भारत पर यह तो नहीं जो कुलपहाड़ कस्बा में किशोरगंज मोहल्ला तहसील कुलपहाड़ थाना कुलपहाड़ जिला महोबा है सरकार स्वच्छ भारत का ढिंढोरा पीट रखा है पर क्या इस तरह में स्वच्छ भारत हो पाएगा या नहीं यह तो सोचने वाली बात है

गाँव के सभी लोगो का कहना है की हम लोग बहुत परेशान रहते है शौचालय में ताला लटकना ये कहा का नियम है ये कोई नियम नहीं रहता है सभी लोग जाते है तो लाइन में खड़े रहते है और बहुत टाइम लगता है जाने में और ये शौचालय तो मेंन मार्केट का तो इसमें ऐसा नहीं करना चाहिए सफाईकर्मी भी आता है लेकिन खोलता नहीं है