खबर लहरिया क्राइम सरकार का दावा- यूपी में कम हुआ क्राइम फिर भी क्यों बढ़ रहीं ऐसी घटनाएं ? जासूस या जर्नलिस्ट

सरकार का दावा- यूपी में कम हुआ क्राइम फिर भी क्यों बढ़ रहीं ऐसी घटनाएं ? जासूस या जर्नलिस्ट

दोस्तों क्राइम की घटनाओं की तो हद हो गई है। अगस्त के महीने में तिन्दवारी थाना अंतर्गत आने वाले एक गांव में एक नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया। उस मामले को लेकर काफी अफरा-तफरी मची। पीड़ित परिवार 3 दिनों तक तो घर से बाहर रहा। फिलहाल अब तीनों आरोपी जेल में हैं,लेकिन परिवार अभी भी सदमे में है,तो इस पूरे वीडियो को देखने के लिए बने रहिए मेरे साथ जासूस या जार्नालिस्ट पर।

कवरेज के दौरान जासूसी में निकल कर आया कि 14 अगस्त को शाम लड़की सोच के लिए गई थी जहां पहले से घात लगाए बैठे 3 लोगों ने लड़की के साथ रेप को अंजाम दिया इतना ही नहीं लड़की का वीडियो बनाकर भी वायरल किया। वीडियो जब लड़की के भाई ने देखा तो कोहराम मच गया। लड़की से पूछताछ की गई तब डरी सहमी लड़की ने पूरी बात बताई और थाने में उसका मुकदमा लिखा गया। पुलिस कई दिनों तक लड़की के घर के बाहर डेरा जमाए रही फिलहाल उन आरोपियों को पकड़ कर पुलिस ने जेल भेज दिया है। वह वीडियो भी किसी के बिना हाथ लगे डिलीट करवा दिया गया। यह हमें कवरेज के दौरान जासूसी में पता चला,तो क्या आप भी सुनना चाहेंगे इस घटना के पीछे का कारण तो सुनिए।

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कवरेज के दौरान हमें यह भी पता चला कि पीड़ित परिवार को अभी भी जान का खतरा है। जब से यह घटना हुई आरोपी तो जेल चले गए हैं लेकिन उन्हें बराबर धमकियां मिल रही हैं कि उनको मार दिया जाएगा। उस समय तो इतनी ज्यादा अफरा-तफरी थी कि उनको गांव से ही निकाल दिया जाए। वह लोग डर के मारे लड़की को अब गांव में नहीं रख रहे हैं क्योंकि उनको डर है कि अगर लड़की गांव में रहेगी तो कुछ भी हो सकता है। लड़की को कहां तक वह सुरक्षित रख पाएंगे।

पीड़ित परिवार ने बताया कि उनको धमकी दी जा रही है कि अगर खेत खलियान कहीं भी पाया जाएगा तो मार दिया जाएगा। मुकदमा वापस लेने का भी दबाव आ रहा है, लेकिन वह केस वापस नहीं लेंगे चाहे उनकी जान क्यों ना चली जाए। कितने लोगों को मारेंगे, एक को मारेंगे दो को मारेंगे कोई तो बचेगा उनके घर में और फिर बाद में देखा जाएगा। पीड़ित परिवार ने बताया कि अभी हाल ही में दशहरे के समय पुलिस आई थी और कह रही थी कि उधर ना जाना कोई भी खतरा हो सकता है इसलिए अभी भी उनको डर बना हुआ है। पीड़ित परिवार अपने लड़कों को भी गांव में नहीं रख रहे हैं।

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परिवार ने दबी जुबन ये भी बतया कि उनके परिवार के लोग ही उनका साथ ना देकर के बिपक्षियो से मिले हुए है। इसलिए वह लोग घर के अंदर तक किसी से खुल कर बात नहीं कर पा रहे और अगर उनके ऊपर कोई घटना होती है तो बिपक्षी जिम्मेदार होगें फिलहाल पुलिस ने उनका साथ दिया है और कारवाई भी की है।

इस मामले में तिंदवारी एसओ का कहना है कि वह केस काफी पुराना हो चुका है और उसी समय उन तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया था 6 महीने की जेल हुई है उनकी तरफ से कार्यवाही पूरी हो गई है अब आगे का मामला कोर्ट का होगा लेकिन सवाल ये उठता है कि इन केसो में रोक क्यों नहीं लग रही अगर कारवाई होती है तो

नेशनल क्राइम रिकॉड ब्यूरो ने हाल ही में जो 2020 के आंकड़े जारी किए हैं,इसके मुताबिक उत्तर प्रदेश में बलात्कार,हत्या और चोरी के मामलों में तो बीते 8 सालों में कमी आई है| महिलाओ के खिलाफ अपराध के मामले में यूपी 16 वें तो बच्चों के खिलाफ अपराध में 29 वें नंबर पर है| हत्या और बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों 10 से 25 फिसदी कमी दर्ज कि गई है।

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो ने हाल ही में साल 2013 से 2020 तक में हुए महिला उत्पीडन,एसिट अटैक,बलात्कार,हत्या लुट डकैती और अपहरण जैसी जघन्य वारदातों का आंकडा जारी किया है| जिसमे उत्तर प्रदेश में क्राइम रेट में आई कमी बताई गई है तो ये थी मेरी आज की जासूसी भरी कहानी अगली बार फिर मिलूगी किसी नये मुद्दे के साथ तब तक के लिए दिजिए इजाजत नमस्कार।

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