खबर लहरिया Blog मिट्टी के बर्तन के फायदे, नुकसान व उपयोग का तरीका जानें

मिट्टी के बर्तन के फायदे, नुकसान व उपयोग का तरीका जानें

मिट्टी के बर्तन में खाना बनाने से स्वाद में बढ़ोतरी हो जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मिट्टी की प्रकृति क्षारीय होती है इसलिए जब इसमें खाना पकाया जाता है तो उसका स्वाद खाने में आ जाता है।

clay pot advantages and disadvantages for health

                                                                                                                 मिट्टी के बर्तनों के सांकेतिक फोटो

गर्मी हो और मिट्टी के बर्तनों को याद न किया जाए, यह तो बहुत गलत बात है। हाँ, समय के साथ मिट्टी के बर्तनों की जगह फाइबर और स्टील के बर्तनों ने कुछ हद तक ज़रूर से ले ली है लेकिन इनमें से कोई भी पूरी तरह से मिट्टी के बर्तन व उनकी खूबियों का स्थान नहीं ले सकता है। वहीं यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होते हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में तो मिट्टी के बर्तन उनसे बेहद करीब से जुड़े हुए हैं। यूपी के हमीरपुर जिले के ग्राम पंचायत कैथा गांव के कुछ लोगों से खबर लहरिया ने बात की जो मिट्टी के बर्तन बनाते हैं और उसका इस्तेमाल भी करते हैं। एक ने तो यह कहा कि जो स्वाद मिट्टी के बर्तन के पानी पीने में है वह और किसी में नहीं है।

गुड्डू नाम की महिला कहती, वह सब्ज़ी, रोटी आदि चीज़े भी मिट्टी की कढ़ाई व तवे पर बनाती हैं। आज कल की पीढ़ी इन बर्तनों को संभाल कर नहीं रख पाएंगी। मिट्टी की कढ़ाई में सब्ज़ी बनाओ तो उसका अलग ही स्वाद आता है।

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मिट्टी के बर्तन के फायदे

– मिट्टी के बर्तन में खाना बनाने से स्वाद में बढ़ोतरी हो जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि मिट्टी की प्रकृति क्षारीय होती है इसलिए जब इसमें खाना पकाया जाता है तो उसका स्वाद खाने में आ जाता है।

– यह पोषण को बढ़ाने में भी मददगार होता है। मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने से उनमें आयरन, फास्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज मिल जाते हैं जिसकी वजह से शरीर को कई प्रकार के पोषण मिलते हैं।

– यह दिल के लिए काफी अच्छा रहता है। मिट्टी के बर्तन में खाना बनाते समय कम तेल लगता है। असल में जब हम मिट्टी के बर्तन में खाना पकाते हैं तो खाने में मौजूद प्राकृतिक तेल और नमी को बर्तन बरकरार रखने में मदद करता है इसलिए यह दिल के लिए फायदेमंद साबित होता है।

– कब्ज़ की समस्या से छुटकारा मिलता है।

– भोजन के पीएच वैल्यू को समतल रखने में मदद करता है।

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मिट्टी का बर्तन इस्तेमाल करने से पहले यह करना ज़रूरी

– बाजार से मिट्टी के बर्तन लाने के बाद बड़े बर्तनों को 12 घंटे तक पानी में भिगोकर रखें।

– छोटे बर्तन जैसे गिलास, कटोरी, दही जमाने की हांडी को 6 घंटे के लिए भिगोएं।

– दूसरे दिन बर्तनों में हल्का गर्म पानी डाल कर धोएं।

– धोने के लिए एक ब्रश का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि अनुपयुक्त मिट्‌टी निकल जाएं।

– इसके साथ ही यह भी याद रखें कि मेटल ब्रश (धातु ब्रश) का इस्तेमाल नहीं करना है।

– बर्तनों को धोने के बाद उसे धूप में अच्छी तरह से सुखाएं फिर इसके अंदर खाने का तेल चारों ओर लगाएं।

– अब इसमें पानी भरकर गैस पर मध्यम आंच पर गर्म करें।

– आधे घंटे के बाद पानी को फेंक दें। इस तरह बर्तन खाना बनाने और खाने-पीने के लिए तैयार है।

तो यह थे मिट्टी के बर्तन के फायदे व उपयोग करने का तरीका जिसे आप मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करने से पहले एक बार जान सकते हैं।

 

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