खबर लहरिया Blog चित्रकूट : अन्ना जानवर के डर से खेती करना छोड़ रहे किसान

चित्रकूट : अन्ना जानवर के डर से खेती करना छोड़ रहे किसान

अन्ना जानवर किसानों को खेती न करने पर विवश कर रहे हैं। ऐसे कई गांव हैं जहाँ अन्ना जानवरों के लिए गौशाला न बनने से किसानों की खेती चौपट हो रही है।

खेती ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का सहारा होता है। खेती से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई या कह सकते हैं कि घर की पूरी आजीविका चलती है लेकिन अन्ना जानवर किसानों को खेती न करने पर विवश कर रहे हैं। ऐसे कई गांव हैं जहाँ अन्ना जानवरों के लिए गौशाला न बनने से किसानों की खेती चौपट हो रही है।

चित्रकूट जिले में गौशालाओं की दशा सुधर नहीं रही है। कहीं गोशाला खाली हैं, तो कहीं अन्ना जानवर किसानों की खड़ी फसलों को अपना निवाला बना रहे हैं। किसी-किसी गौशाला से अन्ना जानवरों के मरने की भी ख़बरें आ रही हैं। नाम के लिए गांव में कई जगह गौशाला तो बन गई है लेकिन उसमें जानवर नहीं बेड़े जा रहे हैं।

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पैरों तले कुचल रहे फसल

ब्लॉक मऊ और मानिकपुर, के कई गांव गढ़चपा‌, कोपा, हनुवा‌ और पतेरिया‌ जैसे कई गांवों में अभी तक गौशाला नहीं बना है। हजारों किसान अन्ना जानवर से परेशान हैं। खेतो में तैयार हो रही गेंहू की फसल को खेतों में ही धौंज दे रहे हैं। किसान चिंतित हैं जो फसल जानवर पैरो तले कुचल देंगे उसमें दाना नहीं लगेगा।

किसान शिवलाल, कल्लू‌, मुन्ना और उषा का कहना है कि एक साल पहले खुले मैदान को चारो तरफ से रूधवा कर गौशाला बनवाया गया था उसी में जानवर बांधे जाते थे लेकिन इस साल वह भी हटा दिया। अब किसान रात-दिन अपने खेत की रखवाली करते हैं। फिर भी खेत में खड़ी फसल जानवर चर डालते हैं। खेती से किसानों के घर-परिवार का गुजारा होता है। पिछली साल धान की खेती खा गए अब इस साल गेंहूं की खेती भी नहीं बच रही है।

खेती करना छोड़ रहे किसान

गांव‌ गढचपा ‌के अनमोल‌, दसुवा‌, सुनीता‌ और कल्ली‌ ने बताया कि अन्ना जानवरों के डर से आधा‌ किसान‌ खेती‌ करना‌ छोड़ दिये‌ हैं। उनका कहना है कि इतनी महंगाई में इतना महंगा बीज बोते हैं और इतना महंगा डीजल‌ लेकर फसलों की सिचाई करते हैं। खेत जुताई बुवाई लगता है शो अलग। इन अन्ना जानवरों की वजह से कुछ नहीं बचता ऐसे में क्या करेंगे खेती-किसानी करके? यही वजह है कि किसान अब खेती करना छोड़ रहे हैं।

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कागज़ में बनी गौशाला, जमीन पर सब चट कर डाला

किसानों ने आरोप लगाया है कि जब प्रधान या उच्चाधिकारियों से बात करो तो वह कोई सुनवाई ही नहीं करते हैं। ऐसे में किसान करे तो क्या करे? ठंड, गर्मी, बरसात हर तरह की दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है।

जल्द ही बनवाई जाएगी गौशाला-प्रधान

ननकी‌ देवी‌ गढचपा प्रधान का‌ कहना‌ है‌ कि अभी गौशाला‌ नही‌ बना‌ है‌ लेकिन जानवर‌ बेड़ने के लिए‌ जंगल‌ में तार‌ से‌ रूधवा‌ दिया गया है वहीँ जानवर‌ रखे‌ जाते‌ हैं। कोशिस है जल्द ही गौशाला बनवाया जाएगा।

इस खबर की रिपोर्टिंग सुनीता देवी द्वारा की गयी है।

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