खबर लहरिया Blog छतरपुर : व्यवस्था में लापरवाही से अन्ना जानवर घूम रहें बाहर, ग्रामीण भी परेशान

छतरपुर : व्यवस्था में लापरवाही से अन्ना जानवर घूम रहें बाहर, ग्रामीण भी परेशान

गौशाला में सही व्यवस्था न होने और सुरक्षा में लापरवाही की वजह से अन्ना जानवर ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं। इसके साथ ही ठण्ड से उनकी आये दिन मौत होने के मामले भी सामने आ रहे हैं।


अन्ना जानवरों से जुड़ी कोई न कोई खबर सामने आती रहती है। मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के ग्राम हमा गांव के लोग भी जानवरों से काफ़ी परेशान हैं। हमा गांव के ग्रामीणों का आरोप है कि अन्ना जानवरों से सड़क पर भीड़ रहती है। वह लोग निकल नहीं पाते हैं। गाड़ी भी बाहर नहीं निकल पाती। दुर्घटनाएं भी हो जाती हैं।

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ग्रामीणों को होती परेशानियां

हमा गाँव की सुधा देवी ने कहा, पहले तो बारिश और ओले की वजह से उनकी सारी फसलें नष्ट हो गई हैं। अब थोड़ी-बहुत जो उनकी फसलें बची हैं वो भी अन्ना जानवर खेतों में घुसकर खराब कर रहे हैं। ऐसे में किसान क्या करें। आज सड़कों पर हर जगह जानवर ही फिर रहे हैं। इधर-उधर भटक रहे है।

कल्लू‌ का कहना है कि अन्ना जानवर सड़क से लेकर उनके दरवाज़े तक आकर बैठ जाते हैं। वह लोग कोई काम नहीं कर सकते। वैसे तो विधायक ने गांव में गौशाला बनवाई है लेकिन गौशाला में गाय नहीं रहतीं। यहां-वहां पर ही रहती हैं, भटकती रहती हैं।

शाहिद ने बताया कि गायों का एक्सीडेंट हो जाता है तो गौशाला वाले उठाने भी नहीं आते। गाय सड़क पर पड़ी-पड़ी वहीं सड़ जाती हैं। इससे हर जगह बदबू फ़ैल जाती है।

गौशाला में रहती हैं गायें – सांसद

बड़ा मलहरा विधानसभा के सांसद प्रदुमन लोधी ने खबर लहरिया को बताया, गाँव में पांच गौशाला है। सभी गाय गौशाला में ही रहती हैं। जो गाय बाहर फिरती हैं उन्हें कर्मचारियों द्वारा गौशाला में रखा जाएगा।

समस्या से हैं परिचित – नगर पालिका अध्यक्ष

हमने इस बारे में नगर पालिका की अध्यक्ष अर्चना गुड्डू से भी बात की। उन्होंने कहा,गौशाला में काफ़ी गायें हैं इसलिए बाहर निकल जाती हैं। वह यह जानती हैं कि गायों का सड़कों पर बैठना दुर्घटना की संभावना खड़ी कर देता है। वह कुछ कर्मचारियों को भेजकर गायों को दोबारा गौशाला में रखवाएंगी और उनकी देखभाल की जायेगी।

मामले की होगी जांच – भाजपा अध्यक्ष

भाजपा की अध्यक्ष ललिता यादव ने कहा, गौशाला के लिए काफ़ी बजट आता है लेकिन वहां के कर्मचारी पता नहीं क्या करते हैं, क्यों नहीं देख पाते हैं। वह आगे कहती हैं,’ अन्ना जानवर हमारे दरवाज़े पर भी बहुत ज़्यादा बैठे रहते हैं। लोग अपनी ज़िम्मेदारी पता नहीं क्यों नहीं निभाते। मैं इसकी जांच पड़ताल ज़रूर करवाऊंगी कि क्या वजह है।’

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करवाई जायेगी व्यवस्था – नगर पालिका सीएमएचओ

नगर पालिका सीएमएचओ अरुण भदौरिया ने कहा, अभी फिलहाल में गायों की देखभाल कराई जा रही है। गौशाला में कम से कम 10 गाये ठंड के कारण मर गई हैं। गौशाला में उस तरह की व्यवस्था नहीं है इसलिए गाय बाहर निकलती हैं। खेतों में घुस जाती हैं। जो भी व्यवस्था हो सकेगी वह जल्द ही कराएंगे।

हर एक ज़िम्मेदार कहे जाने वाला अधिकारी सिर्फ वजहें बता रहा है लेकिन उन वजहों के पैदा होने का कारण और उससे होती परेशानियों की ज़िम्मेदारी नहीं ले रहा। बस कहा जा रहा है, अब होगा, इसके बाद हो जाएगा। सवाल, जब गायों की मौतों की संख्या बढ़ जायेगी? जब किसानों की बची हुई फसलें बर्बाद हो जायेगी? क्या तब जाकर कोई कदम उठाया जाएगा?

इस खबर की रिपोर्टिंग अलीमा द्वारा की गयी है। 

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