खबर लहरिया मुज़फ्फरनगर: दंगों के बाद मुज़फ्फरनगर पर नज़र

मुज़फ्फरनगर पर नज़र

ताज़ा हिंसा में तीन मरे

जिला मुज़फ्फरनगर, बुढ़ाना तहसील। 30 अक्टूबर की रात मुहम्मदपुर रायसिंह गांव में तीन मुसलमान युवक मारे गए। आठ लोग गिरफ्तार हुए और पंद्रह के खिलाफ बुढ़ाना थाने में केस दर्ज किए गए हैं। जिले में धारा 144 के तहत कहीं भी चार से ज़्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते। मुहम्मदपुर रायसिंह गांव पिछले महीने के साम्प्रदायिक दंगों में भी प्रभावित रहा था। तीनों युवक राहत कैंपों में रह रहे थे। माना जा रहा है कि पूरी घटना एक अफवाह के कारण घटी जब कुछ लोगों ने कहा कि एक समुदाय के पांच लोग दूसरे समुदाय पर हमला करने वाले हैं।

समुदाय बनवा रहा आवास, लोग अब भी हैं डरे हुए

31-10-13 Desh Videsh - Muzaffarnagar 2जिला मुज़फ्फरनगर। मुज़फ्फरनगर जिले सहित चार जिलों में सामुदायिक दंगों में बेघर हुए लोगों में से कुछ के रहने के लिए मुज़फ्फरनगर के खामपुर गांव में आवास बनवाए रहे हैं। खामपुर गांव के पूर्व प्रधान ताली बसन और जिला पंचायत सदस्य सईदुज्जमा का कहना है कि ये आवास आसपास के गांवों में रहने वाले मुसलमान समुदाय के लोग और जमियत के सहयोग से बन रहे हैं।
आवास के तहत अलग अलग गांवों के सौ परिवारों को एक कमरा, शौचालय और किचन मिलेगा। खामपुर गांव के मुसलमान निवासी जैसे इकराम, इसलाम, शब्बीर इत्यादि ने अपनी व्यक्तिगत बंजर ज़मीन इस कालोनी के लिए ज़मीन दी है। ज़रूरतमंद परिवार के ही लोग कालोनी बनाने का काम कर रहे हैं पर सामग्री का खर्चा समुदाय के लोग उठा रहे हैं।
मंडल गांव के दिलशाद और हिन्दबड़ा गांव के कामिल के परिवार भी यहां आवास ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके गांवों के कई लोग अपने घर छोड़कर राहत कैंपों में रह रहे थे। लोगों के दिलों में बैठे डर और सरकार के रवैये को देखते हुए ये अपने गांव नहीं लौटना चाहते हैं।