खबर लहरिया जिला महिला के आराम को गलत क्यों मानता है समाज? | बोलेंगे बुलवाएंगे शो

महिला के आराम को गलत क्यों मानता है समाज? | बोलेंगे बुलवाएंगे शो

अमूमन महिलाओं को कहा जाता उनके पास काम ही क्या है, वो तो फ़ालतू रहतीं हैं। घर में काम ही कितना होता  है। जब देखो गपशप करती रहती हैं। ग्रामीण भाषा में कहेंगे चऊरा करती हैं, चुगली करतीं हैं।

ये भी देखें – सिंगल महिलाओं को कमरा मिलना इतना मुश्किल क्यों है? | बोलेंगे बुलवाएंगे

जबकि महिलाओं के पास इतना काम होता है कि वो सुबह से उठकर पहले बच्चों के स्कूल जाने की तैयारी करतीं हैं। फिर नाश्ता बनाना, टिफिन के लिए अलग से कुछ बनाएंगी, पति अगर काम पर जा रहा है उसके लिए भी नाश्ता बनाना, उसका टिफिन तैयार करना, घर के काम करना। मशीन की तरह औरत सुबह से इतने सारे काम की जिम्मेदारी निभाती चली जाती है।

 

यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’

If you want to support  our rural fearless feminist Journalism, subscribe to our  premium product KL Hatke

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *