खबर लहरिया जासूस या जर्नलिस्ट एक लड़की की मौत को क्यों छिपा रहे परिजन देखिए जासूस या जर्नलिस्ट में

एक लड़की की मौत को क्यों छिपा रहे परिजन देखिए जासूस या जर्नलिस्ट में

एक लड़की की मौत को क्यों छिपा रहे परिजन देखिए जासूस या जर्नलिस्ट में :आपने हमने सबने हिंदी फिल्मों में देखा होगा की महिलाओ के ऊपर हमेशा गलत आरोप लगा कर उसे मार दिया जाता है। पुलिस को बिना सूचना दिये लाश को भी ठिकाने लगा देते है। पर आज हम ऐसी ही स्टोरी आपको बताने वाले है तो बने रहिये मेरे साथ जासूस या जर्नालिस्ट। दोस्तो मामला चित्रकूट जिले का है। जहां पर पहाड़ी थाना क्षेत्र के एक गाँव मे लोगो के अनुसार 29 अप्रैल को एक लड़की की मौत हुई थी। परिवार वालो ने बिना सूचना दिए ही रात को लड़की की लाश को जला दिया। इसकी सूचना लोगो के द्वारा पुलिस को दी गयी। पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ शुरू कर दी। जब हमने इस केस के बारे में लोगो से बात करनी चाही तो लोगो ने बात करने से इनकार कर दिया। लोग पत्रकार का नाम सुनते ही घर के अंदर घुस जाते। जब हमने गोपनीय लोगो से उनकी कोई भी पहचान को उजागर न करने की बात की तो पता चला कि लड़की पटेल जात थी। उसकी उम्र करीब 18 वर्ष रही होगी। वह थोड़ी हँसमुख थी, हर किसी से हंस कर बात करती थी। लोगो ने यह भी बताया कि उसका किसी के साथ प्रेम प्रसंग का मामला भी चल रहा था। जिससे लड़की गर्भवती हो गई थी। परिवार वालो ने बदनामी के डर से पहले लड़की के साथ मारपीट की, उसको जबरजस्ती जहर खिलाया। जब लड़की मर गई तो 29 अप्रैल की रात 30 की सुबह 2 बजे लड़की की लाश को जला दी। इसकी सूचना लोगो ने ही पुलिस को दी तो पुलिस 9 बजे मौके पर पहुँची जहां पर लाश जल रही थी। पर पुलिस ने भी कोई कार्यवाही नहीं कि। इस मामले को लेकर जब हमने परिवार वालो से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कोई भी बात करने से इनकार कर दिया। यह कहकर की उनकी एक ही लड़की थी जो अभी वह अपने ससुराल में है। तो आइए हम आपको उनके फैमली के बारे में बता दे। वह परिवार पटेल जाति का है। उस घर मे 4 बच्चे थे, दो लड़का और दो लड़की। एक लड़की की शादी लगभग दो साल पहले हुई थी। मृतक का पिता खेती किसानी करते है। पर उच्च जाति होने की वजह से ये सब अपराध करना उनके लिए कोई बड़ी बात नही है। जब हमने इस मामले को लेकर उस गाँव के प्रधान से बात की तो उनकी बाते थी कि उस लड़की को दस्त लग रहे थे इसलिए उसने जहर खा लिया, और फोन काट दिया। अब सवाल ये उठ रहा है कि परिवार वाले एक ही लड़की होने का दावा कर रहे है। प्रधान पुलिस और गाँव के अन्य लोग लड़की को जहर ख़ाकर मरने की बात कह रहे हैं। आख़िर सच क्या है? पुलिस से जब हमने यह बात जाननी चाही तो पहाड़ी थाना के इंचार्ज ने कहा कि हमे लाश जलती हुई मिली थी। हमने पूछताछ की है। किसी ने जहर खाने की बात कही तो किसी ने उल्टी दस्त होने की। पर जब हमने इसके बारे में जानने की कोशिश की की पुलिस की जांच में क्या आया है वो जांच कर रही है या नही? तो पुलिस के पास कोई जवाब नही था सिर्फ इसके की उसने कुछ तो किया है जिससे लड़की की मौत हुई है। अब सवाल ये उठ रहा है की आख़िर पुलिस इस मामले को क्यों छुपा रही है। अगर लड़की की मौत रात 9 बजे हुई थी तो परिवार वालो ने दाहसंस्कार करने के लिए सुबह होने का इंतजार क्यों नही किया। जब पुलिस ने चिता जलती हुई देखी तो किसी तरह की कार्यवाही करने से क्यों कतरा रही है। आख़िर मृतक खुश्बू की मौत का जिम्मेदार कौन? पुलिस या परिवार। क्या इस केस में होगी जांच खुलेगा मौत का राज, होगी कार्यवाही। आख़िर खुशबू की मौत हुई कैसे, क्या आत्म हत्या है या हत्या। तो दोस्तो ये थी हमारी आज की जासूसी भरी कहानी, आपके क्या सवाल है हमे कॉमेंट कर जरूर बताएं। तो अभी के लिए इतना ही अगले एपिसोड में फिर मिलेंगे एक नए केस के साथ तो दीजिये इजाजत नमस्कार।