खबर लहरिया Blog वाराणसी: 1 महीने से सड़क पर गिट्टी डालकर छोड़ा गया, कब होगा कार्य पूरा?

वाराणसी: 1 महीने से सड़क पर गिट्टी डालकर छोड़ा गया, कब होगा कार्य पूरा?

सड़क पर पड़ी गिट्टी 100 मीटर तक डली हुई है, और इसे ऐसे ही छोड़ दिया गया है।  इस सड़क पर से मोटरसाइकिल निकालने और गाड़ी चलाने में बहुत दिक्कत होती है। कई बार बाइक पलट जाती है और लोगों को इन गिट्टियों से चोट भी लग जाती है।

उत्तर प्रदेश के ज़िला वाराणसी की सड़कों का हाल कुछ ऐसा है कि फिलहाल शहर के कई इलाकों में आरसीसी की तो बात छोड़िए गिट्टी डाल कर छोड़ा जा चुका है। खुदी पड़ी इन सड़कों से लोगों को आने-जाने में लगातार परेशानी हो रही है। इसके साथ ही यूपी के बांदा, चित्रकूट एवं बुंदेलखंड के अन्य ज़िलों में भी सड़कों का कुछ ऐसा ही हाल है। ब्लॉक चोलापुर के गाँव कटारी धराग से यादव बस्ती तक जाने वाली सड़क पर लगभग 100 मीटर तक पिछले एक महीने से ऐसा ही हाल है।

ये भी देखें – बाँदा: कीचड़ में तब्दील हुई सड़क, चलना हुआ मुहाल

गाड़ियों को निकलने में होती है काफी दिक्कत-

कटारी धराग गाँव के रहने वाले सूरज का कहना है कि इस सड़क पर पड़ी गिट्टी 100 मीटर तक डली हुई है, और इसे ऐसे ही छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस सड़क पर से मोटरसाइकिल निकालने और गाड़ी चलाने में बहुत दिक्कत होती है। कई बार बाइक पलट जाती है और लोगों को इन गिट्टियों से चोट भी लग जाती है। सूरज का कहना है कि इन लोगों ने कई बार प्रधान से इस बारे में शिकायत करी है और सड़क बनवाने की मांग की है लेकिन हर बार प्रधान यही कहते हैं कि सड़क बनवाने का कार्य उनके कामों के अंतर्गत नहीं आता।

ग्रामीणों का कहना है कि जब से यहाँ गिट्टी डालकर छोड़ी गई है तब से कोई यहाँ देखने भी नहीं आता। लोगों की मानें तो सरकार के बजट के चलते अधिकारियों ने यहाँ काम तो शुरू करवा दिया लेकिन बजट का बाकी पैसा अपनी जेब में रख लिया। वैसे तो इस सड़क पर बड़ा सा बोर्ड भी लगवा दिया गया है कि 2021 तक इसका निर्माण हो जाएगा लेकिन अब जब साल ख़तम होने को आ चुका है तो लोगों ने इस सड़क के बनने की भी उम्मीद छोड़ दी है।

वाराणसी के पांडेपुर तिराहा पर मौजूद पुलिस चौकी के पास भी कुछ ऐसा ही हाल है, जहाँ चौराहे पर सड़क धास्ति जा रही है, लेकिन फिर भी प्रशासन बालू डालकर काम चला रहा है। पूरी खबर यहाँ देखें:

मांग पर शुरू हुआ था सड़क निर्माण का काम, जो अब पड़ा है अधूरा-

इसी गाँव के रहने वाले राजेंद्र यादव का कहना है कि पहले तो यह सड़क पूरी तरह से खराब थी लेकिन जब ग्रामीणों ने कई बार सड़क बनवाने की मांग करी तब महीने भर पहले यहाँ बस गिट्टियां डलवा दी गईं। उन्होंने बताया कि रोज़ाना इस सड़क का इस्तेमाल हज़ारों लोग आवागमन के लिए करते हैं फिर भी विभाग और प्रशासन आँखों पर पट्टी बाँध कर बैठा हुआ है।

लोगों का कहना है कि अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक न एक दिन यहाँ बहुत बड़ा हादसा हो जाएगा। यह लोग शिकायत और सुनवाई की मांग कर कर के भी अब परेशान हो चुके हैं। अब बस ये लोग चाहते हैं कि कि जल्द से जल्द इस सड़क का निर्माण कार्य पूरा करवाया जाए।

बांदा में भी मेन रोड और हाईवे की सड़कों की हालत खस्ता हो चुकी है, और आपको अब रोड पर पक्की सड़क के बजाय सिर्फ गड्ढे ही नज़र आएँगे। पूरी खबर यहाँ पढ़ें:

बांदा: हाईवे से लेकर मेन रोड की सड़कों की हालत हुई जर्जर, गड्ढा मुक्त अभियान का लाभ कैसा?

गाँव की प्रधान मालती का कहना है कि इस सड़क को ज़िला पंचायत सदस्य के द्वारा बनवाया जा रहा है और उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि सड़क बनवाने का काम क्यों रूका हुआ है। मालती का कहना है कि अगर उनके हाँथ में होता तो वो ग्रामीणों की परेशानी दूर करके इस सड़क को जल्द से जल्द बनवातीं।

जिला पंचायत सदस्य राजेश सिंह का कहना है कि चोलापुर ब्लॉक की दूसरी सड़क पर उन्होने गिट्टी डलवाकर सड़क को 10-15 दिनों में बनवा दिया था, और इस सड़क के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि इस सड़क को बनवाने का काम किसी ठेकेदार को दिया गया था, और अगर गाँव के लोग उन्हें इस मामले से अवगत कराएंगे तो वो वहां जाकर मुआयना करेंगे और फिर काम पूरा करवाएंगे।

न ही प्रधान सड़क बनवाने का कार्य पूरा करवाने की ज़िम्मेदारी ले रहे हैं और न ही जिला पंचायत सदस्य से इस काम को पूरा करवाने की उम्मीद दिख रही है। ऐसे में ग्रामीण क्या बस सड़क बनने की आस लगाकर बैठे रहेंगे या इस मामले में कोई सुनवाई होगी?

इस खबर को खबर लहरिया के लिए सुशीला द्वारा रिपोर्ट किया गया है।

ये भी देखें – चित्रकूट: नहीं बनी सड़क, प्रसव के दौरान झोली में अस्पताल का सफर तय करतीं हैं महिलाएं

(हैलो दोस्तों! हमारे  Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)