खबर लहरिया Blog उत्तर प्रदेश : कन्या सुमंगला योजना का लाभ और आवेदन की प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश : कन्या सुमंगला योजना का लाभ और आवेदन की प्रक्रिया

यूपी सरकार द्वारा लड़कियों की पढ़ाई और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से कन्या सुमंगला योजना की शुरुआत की गयी है। जानिए क्या है योजना के लाभ और आवदेन की प्रक्रिया।

कन्या सुमंगला योजना की शरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गयी थी। योजना का उद्देश्य बेटी के जन्म से लेकर उसकी पूरी पढ़ाई का खर्चा उठाना और उसे आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करना है। साथ ही योजना को शुरू करने का कारण कन्यायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने को कहा गया। सरकार द्वारा इस योजना के लिए कुल बजट 1200 करोड़ रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत 2021 में 16000 बेटियों को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

योजना से जुड़ी ज़रूरी जानकारी

– इसके ज़रिये लड़कियों को 15 हज़ार रूपये की राशि दी जायेगी।
– यह पैसे उन्हें 6 किस्तों में दिए जाएंगे।
– कन्या सुमंगला योजना में पैसे सीधे बैंक में ट्रांसफर किये जाएंगे।
– इस योजना का लाभ उठाने के लिए लड़कियों के परिवार की वार्षिक आय 3 लाख या उससे कम होनी चाहिए।
– इस योजना के तहत आवेदन करने वाले लाभार्थियों के परिवार में अधिकतम 2 बच्चे होने चाहिए |
– अगर किसी महिला को दूसरे प्रसव में जुड़वाँ बच्चे होते है तो तीसरी संतान के रूप में लड़की को भी लाभ मिलेगा।
– अगर दूसरे प्रसव से दो जुड़वाँ लड़कियों होती है तो ऐसी अवस्था में तीनो लड़कियों को लाभ मिलेगा।

कन्या सुमंगला योजना की 6 किश्ते

श्रेणी 1 – कन्या के 1अप्रैल 2019 या इसके बाद जन्म होने पर योजना के लिए आवेदन 6 महीने के अंदर करना होगा। इसके बाद उन्हें 2000 रूपये की राशि दी जाएगी।
श्रेणी 2 – कन्या के एक वर्ष के तक के पूर्ण टीकाकरण के बाद 1000 रूपये दिए जाएंगे।
श्रेणी 3 – कन्या के कक्षा 1 में प्रवेश लेने पर 2000 रूपये मिलेंगे।
श्रेणी 4 – कन्या के कक्षा 6 में प्रवेश लेने पर 2000 रूपये की किश्त मिलेगी।
श्रेणी 5 – इसके बाद कक्षा 9 में प्रवेश लेने के बाद 3000 रूपये मिलेंगे।
श्रेणी 6 – कक्षा 10वीं /12वीं पास करके चालू शैक्षिणिक सत्र के दौरान स्नातक /डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा में प्रवेश लेने पर 5000 रूपये की राशि दी जायेगी।

इस समय सरकार द्वारा अप्पर प्राइमरी एवं प्राइमरी की छात्राओं को चिन्हित किया जा रहा है। इसके लिए सभी संस्थानों में निर्देश भेज दिए गए हैं। चयन प्रक्रिया होने के बाद सभी चिन्हित छात्राओं की जानकारी ऑनलाइन भरी जाएगी।

उत्तर प्रदेश कन्या सुमंगला योजना के लाभ

– योजना राज्य में बालिकाओं की सुरक्षा और संरक्षण, स्वास्थ्य और शिक्षा से संबंधित सभी अड़चनों को कम करने के उद्देश्य से लागू की गई है।
– इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को सबसे पहले इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आप लोग घर बैठे इंटरनेट के ज़रिये से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
– मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना 2021 के तहत परिवार की अधिकतम 2 लड़कियों को ही पात्र माना जायेगा |

कन्या सुमंगला योजना 2021 की पात्रता

– आवेदक को उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
– परिवार की वार्षिक आय 3 लाख रूपये या फिर उससे कम होनी चाहिए।
– यदि किसी परिवार ने अनाथ बच्चियों को गोद लिया है तो अधिकतम गोद ली हुई दो लड़कियां इस योजना का लाभ उठा सकती हैं।
– इसी के साथ उस परिवार की दो और लड़कियां इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। इस प्रकार उस परिवार में 4 लड़कियां इस योजना का लाभ उठा
पाएंगी।
– इस योजना का लाभ अधिकतम एक परिवार की दो लड़कियां ही उठा सकती हैं।
– अगर परिवार में दो से ज़्यादा बच्चे हैं तो उस परिवार को कन्या सुमंगला योजना 2021 का लाभ नहीं मिलेगा।
– यदि किसी महिला की जुड़वा बेटियां हैं तो उन जुड़वा बेटियों को भी इस योजना का अलग-अलग लाभ मिलेगा। इस स्थिति में एक परिवार की तीन बेटियां लाभ उठा सकती हैं, दो जुड़वा बेटियां और एक और बेटी।

कन्या सुमंगला योजना के लिए महत्वपूर्ण दस्तावेज

– राशन कार्ड
– आय प्रमाण पत्र
– बैंक अकाउंट
– मोबाइल नंबर
– पासपोर्ट साइज फोटो
– यदि बेटी गोद ली है तो गोद लेने का प्रमाण पत्र
– वोटर आईडी कार्ड
– निवास प्रमाण पत्र

कन्या सुमंगला योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया

– सबसे पहले आपको कन्या सुमंगला योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
– इसके बाद आपके सामने होम पेज खुल जायेगा।
– फिर आपको होम पेज पर “सिटीजन सर्विस पोर्टल” का विकल्प दिखाई देगा।
– आपको इस विकल्प पर क्लिक करना होगा। विकल्प पर क्लिक करने के बाद आपके सामने आगे का पेज खुल जायेगा इस पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा |
– रजिस्ट्रेशन से पहले आपको नियम दिखाई देंगे, जिसके नीचे आपको मैं सहमत हूँ पर क्लिक करना होगा। फिर एक नया पेज खुल जायेगा |
– इस पेज पर आपको रजिस्ट्रेशन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी जैसे नाम पता ,मोबाइल नंबर ,माता पिता का आधार नंबर आदि भरना होगा।
– इसके बाद आपको ओटीपी डालकर सत्यापित करना होगा |
– सही ओटीपी डालने के बाद आपका रजिस्ट्रेशन हो जायेगा।
– जैसे ही आपका रजिस्ट्रेशन होगा,आपको यूज़र आईडी मिल जाएगी। इससे आपको आधिकारिक पोर्टल पर लॉगिन करना होगा।

– आपको लॉगिन करने के लिए यूज़र आईडी और पासवर्ड डालना होगा। इससे आपका लॉगिन हो जायेगा |
– रजिस्ट्रेशन होने के बाद आपको कन्या पंजीकरण फॉर्म मिल जायेगा।
– इस पंजीकरण फॉर्म में आपको अपनी बेटी से जुड़ी पूछी गयी सभी जानकारी भरनी होगी।
– सभी दस्तावेज़ों को अपलोड करना होगा और फिर आखिरी में जमा करें के बटन पर क्लिक करना होगा |
– इस तरह से आपका फॉर्म भर जाएगा।

कन्या सुमंगला योजना के लिए ऑफलाइन आवेदन कैसे करें ?

– सबसे पहले आपको कार्यालय से फॉर्म लेना होगा, जो की आपको मुफ्त मिलेगा।
– फॉर्म में पूछी गयी जानकारी भरने के बाद आपको मांगे गए सभी दस्तावेज़ फॉर्म के साथ लगाना होगा।
– इसके बाद आपको अपना आवेदन फॉर्म खंड विकास अधिकारी (विकास खंड अधिकारी), एसडीएम, परिवीक्षा अधिकारी, उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारी आदि के कार्यालय में जमा करना होगा।
– भरे गए आवेदनों को संबंधित अधिकारी द्वारा जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ) को भेज दिया जाएगा।
– डीपीओ सभी सूचनाओं को ऑनलाइन जमा करेगा।
इस तरह से आप अपना ऑफलाइन फॉर्म भर पाएंगे।

सरकार द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, योजना के लिए अब तक कुल 27000 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन 27000 आवेदनों में से 11 हजार आवेदन अपात्र हैं और 2100 आवेदन अलग-अलग विभागों से लंबित ( रुका होना ) है। सरकार द्वारा इन लंबित आवेदनों को जल्द से जल्द निपटारा करने का आदेश दिया गया है। एसडीएम औरई के यहां 352, भदोही में 376, ज्ञानपुर में 704, डीआईओएस कार्यालय में 345, बीएसए कार्यालय में 16, प्रोबेशन कार्यालय में 14, ब्लॉक अभोली में 235, औराई में 612, भदोही में 224, ज्ञानपुर में 207 तथा डीघ में 316 आवेदन लंबित है।

योजना का उद्देश्य जितना प्रभावित करने वाला है। उससे ज़्यादा यह मायने रखता है कि योजना का लाभ कितनी बालिकाओं को मिल पाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाला परिवार हमेशा ही सरकार की योजनाओं से अछूता रह जाता है। जबकि उन्हें सरकारी योजनाओं की सबसे ज़्यादा ज़रुरत होती है। योजना के साथ-साथ उसकी पहुँच पर काम करने में सरकार अब भी पीछे है।