खबर लहरिया जिला काली पन्नी का ज़िंदगी पर असर

काली पन्नी का ज़िंदगी पर असर

हर साल 3 जुलाई को “विश्व प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस” मनाया जाता है। हम सभी को पता है कि प्लास्टिक बैग्स यानी पॉलीथीन हमारी सेहत के साथ-साथ प्रकृति के लिए भी कितना हानिकारक है। एक पन्नी में से सिर्फ एक प्रतिशत प्लास्टिक की ही रीसायकल होती है, और बाकी का मटेरियल हमारे पर्यावरण को बुरी तरह से प्रदूषित करता है।

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दुनिया भर में प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए सरकार की तरफ से कई तरह की रोकथाम और योजनाएं चलाई गयी हैं। इसी को मद्देनज़र रखते हुए इस दिवस को भी मनाया जाता है।

इस अवसर पर हमारी संवाददाता रानी ने रामपुर के मिलक कस्बे से कुछ ऐसे दुकानदारों और ग्राहकों से बात करी जिन्होंने काली पन्नी के इस्तेमाल को लेकर हमसे बात करी, इसके साथ ही रानी ने हमें काली पन्नी से होने वाले नुक्सान के बारे में भी बताया।

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