खबर लहरिया क्राइम UP News : बच्चा चोरी ; अफवाह है या सच्चाई?

UP News : बच्चा चोरी ; अफवाह है या सच्चाई?

यूपी में आजकल एक अफवाह बड़े ज़ोरो-शोर से फ़ैल रही है। बच्चा चोरी की अफवाह! फेसबुक, यूट्यूब हर जगह ऐसी वीडियो वायरल हो रही हैं जहाँ या तो बच्चों को अगवा कर बेदर्दी से उनके शरीर के हिस्से अलग कर दिए गए हैं या फिर कुछ लोगों को बच्चा चोर समझ कर पीटा जा रहा है।

प्रयागराज के अलग-अलग गावों में भी इस तरह के मामले सुनने को मिले जहाँ लोगों को बच्चा चोर समझ कर उनकी पिटाई कर दी गई। हालाँकि किसी ने आरोपियों को बच्चा चुराते देखा तो नहीं लेकिन ज़रा सी संदिग्धता ने गांव वाले के कान खड़े कर दिए और फिर क्या था लोगों ने आग में घी डालने का काम कर दिया और इस अफवाह को और चिंगारी मिल गई।

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लोगों का कहना है कि उन्होंने किसी व्यक्ति को रेलवे ट्रैक के पास बैठे देखा था जो पानी मांग रहा था। आसपास से गुज़र रहे लोगों को उसपर शक हुआ कि वो बच्चा चोर है और उन्होंने उसको बारा थाने पहुंचा दिया। वहां पर व्यक्ति के साथ पूछताछ हुई जिसके बाद उसे छोड़ तो दिया गया लेकिन लोगों के मन में शक बैठ गया।

गांव के कई लोगों ने फिलहाल अपने बच्चों को स्कूल भेजना तक बंद कर दिया है। वे दिन के उजाले में भी अपने बच्चों को बाहर नहीं निकलने देते। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तरह-तरह की वीडियो किसी को भी डरा सकती हैं। ऐसे में माँ-बाप का अपने बच्चों के लिए यूं चिंतित होना लाज़मी है।

बारा थाने के सी ओ संत लाल सरोज का कहना है कि पुलिस प्रशासन द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि किसी भी तरह की अफवाहों पर यकीन न करें और बच्चा चोर समझ कर किसी के साथ भी किसी प्रकार की हिंसा न करें।

उधर चित्रकूट के रैपुरा गांव में भी एक महिला जिसकी मानसिक हालत ठीक नहीं थी, उसे बच्चा चोर समझ कर उसकी पिटाई कर दी गई। हमने मामले की तह तक जाने की कोशिश तो करी लेकिन लोगों के मन में डर और शक इस कदर बैठ चुका है कि वो इस अफवाह के किसी और पहलू को समझने से भी इंकार कर रहे हैं।

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इस गांव की रहने वाली एक महिला का आरोप है कि एक दिन जब उसका 10 वर्षीय बच्चा घर के बाहर खेल रहा था, तभी वहां एक महिला आती है और उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश करती है। इसी दौरान उसे परिवार के कुछ लोग पकड़ लेते हैं और भीड़ इकट्ठा कर लेते हैं। महिला को रैपुरा थाने ले जाया जाता है जहाँ महिला के परिवार वाले आकर बताते हैं कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है।

इस घटना के बाद से ग्रामीणों में डर बैठ गया है। यहाँ भी लोग अपने बच्चों को बाहर निकालने से कतरा रहे हैं।

रैपुरा थाना प्रभारी राजेश मौर्य का कहना है कि महिला की दिमागी हालत जानने के बाद उसे घर भेज दिया गया है और लोगों को भी जागरूक किया गया है कि वो किसी भी तरह की अफवाहों पर यकीन न करें।

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