खबर लहरिया Blog ग्रामीणों ने की रोज़गार सहायक को हटाने की मांग

ग्रामीणों ने की रोज़गार सहायक को हटाने की मांग

टीकमगढ़ जिले के ग्राम पंचायत बछोड़ा के लोगों ने रोज़गार सेवक को हटाने की मांग की है।

टीकमगढ़ जिले के ब्लॉक जतारा के ग्राम पंचायत बछोड़ा की रोजगार सहायक श्रीमती सरोज घोष को उनके अभद्र व्यवहार के चलते सरपंच और ग्रामीणों ने हटाने की मांग की है। इन सबने मिलकर एक सितंबर को एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और रोजगार सहायक की नाकामियों से रूबरू कराते हुए उन्हें हटाने की मांग की है।

ग्रामीणों की मजदूरी में धांधली

 

आशा घोष ग्राम पंचायत बछोड़ा की सरपंच का आरोप है कि रोजगार सहायक श्रीमती सरोज घोष को अनियमितताओं के कारण ग्राम पंचायत बछोड़ा से हटाया गया था। ब्लॉक स्तर पर किसी पद पर पोस्टेड थी लेकिन अब वह अपने राजनीतिक प्रभाव से फिर से ग्राम पंचायत में पदस्थ होने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन ग्रामीण इनके द्वारा किये गये अभद्र व्यवहार एवं गाली गलौज से तंग आ चुके हैं और दुबारा इनकी पोस्टिंग नहीं चाहते। इस वजह से ग्रामीणों ने एसडीएम से मिलकर दुबारा न पोस्टिंग करने की मांग की।

सरपंच आशा घोष कहती हैं कि मनरेगा योजना अंतर्गत जो मज़दूर कार्य कर रहे थे उनके मजदूरी की राशि उनके खातों में ना डालकर रोजगार सहायक निकाल लेती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी लाभार्थियों से पैसों की मांग की जाती है एवं कई तरह की अनियमितायें की गयी है।

आवास पड़े हैं अधूरे

ग्राम पंचायत बछोड़ा के रहने वाली खूब सिंह घोष कहते हैं कि उनके गांव में मनरेगा योजना के तहत लोगों से कार्य करा लेते हैं लेकिन उनको मजदूरी नहीं दी जाती। लोगों को पता ही नहीं चलता है की कब उनकी मजदूरी निकाल ली जाती है। ग्रामीणों को आवास की सुविधा मनमानी पैसे की मांग करने पर ही दी जाती है न देने पर अधूरे आवास पड़े हुए हैं। और लोग खुले में रहने को मजबूर हैं। इस गाँव में दूसरा रोजगार सहायक पदस्थ किया जाए ताकि ग्रामीणों की समस्याओं का निराकरण हो सके।

आईजे खलखो एडीएम ने बताया कि ग्रामीणों और सरपंच ने मिलकर ज्ञापन दिया है। जाँच के बाद कार्यवाही की जायेगी।

इस खबर की रिपोर्टिंग रीना द्वारा की गयी है।

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