खबर लहरिया जिला ठगी का शिकार हुए बेरोज़गार युवा

ठगी का शिकार हुए बेरोज़गार युवा

बेरोज़गारी की मार से बेहाल युवा वर्ग

 

बेरोज़गारी शिक्षित युवाओं को दीमक की तरह चाटती जा रही है। नतीजा यह है की युवा वर्ग बेरोज़गारी की चक्की में पिसकर अपने लक्ष्यों से भटकता जा रहा है। सरकार युवाओं के लिए तरह-तरह के फ़ार्म निकालती है जब युवा हजार पांच सौ खर्च करके फ़ार्म भर देते हैं तो सरकार उसे रद्द कर देती है। युवाओं को नौकरी देने के नाम पर रोजगार मेले का भी आयोजन करती है जिसमें दूर-दूर से आये युवा अपनी किस्मत आजमाते हैं लेकिन वहां भी उन्हें ठगी का शिकार होना पड़ता है आज अंतराष्ट्रीय युवा दिवस है। आइये जानते हैं की वह रोजगार मेले में किस तरह से ठगी का शिकार हुए हैं।

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युवाओं का कहना है कि उन्होंने रोजगार मेले में फार्म ही भरा क्योंकि वह पहले से जानते हैं कि जो ये बाहर की कम्पनियां आती हैं वो सिर्फ पैसा ठगती है। यूथ से नौकरियां नहीं देती है इसके अलावा आने जाने का किराया₹ 500 में फॉर्म के साथ लगता है और आश्वासन देते हैं कि बाद में आपको मैसेज आएगा कॉल आएगा जबकि कॉल या मैसेज कुछ भी नहीं आता है। सिर्फ रोजगार मेले के नाम पर ठगी की जाती है।

कुछ युवाओं ने यह भी बताया कि गवर्नमेंट जॉब के लिए फॉर्म अप्लाई किए हैं पर इसमें भी बहुत ज्यादा ठगी होती है। फॉर्म भरो तो पेपर 2 साल 3 साल के बाद कराते हैं। वह लोग तैयारी करते रहे कभी-कभी निरस्त भी कर देते हैं। अभी यूपीपी का ही देख लो 40000 भर्ती निकाले थे। जिसमें 40400 छात्रों ने अप्लाई किया था। इसमें फीस थी 400 से ज्यादा कितना ठगी होता है। आप सोच सकते हो फॉर्म भरने के लिए सारे डॉक्यूमेंट तैयार करें इसके बाद जन सेवा केंद्र पर जाएं वहां पर भी अलग फॉर्म भर आने का अलग इसके बाद आए बुक्स ले कोचिंग करें तैयारी करें अगर परीक्षाएं ना हुई तो एक ही तो हुआ आज ही युवा बेरोजगार है। हमारे देश में ना तो किसी का सही पेपर करवाते हैं और ना ही जल्दी से वैकेंसी निकालते हैं। आज आप देख सकते हैं कितनी संख्या में रोजगार है छोटी-छोटी जॉब के लिए अप्लाई करते रहते हैं और ठगी के शिकार हो जाते हैं।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार भारत में युवा बेरोजगारी दर साल 2020 की दूसरी तिमाही में बढ़कर 34.70 प्रतिशत हो गई है। जो की 2020 की पहली तिमाही में 21.10 प्रतिशत थी।

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