मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ ज़िले के बड़ागांव तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत परा खास के रहने वाले जगदीश अहिरवार वैज्ञानिक तकनीक से सब्जी की खेती कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले उनके पिता खेती-किसानी करते थे जिससे प्रभावित होकर उन्होंने भी किसानी की ओर अपना रुझान बढ़ाया। जगदीश ने 8 एकड़ में खेती कर रखी है, जिसमें गन्ने से लेकर टमाटर, बैंगन, खीरा, इत्यादि की फसल लगी है।
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जगदीश बताते हैं कि उन्हें खेती करने का तरीका पहले तो उद्यान विभाग से पता चला और उसके बाद कृषि विभाग से भी इस बारे में काफी जानकारी मिली। वो सब्ज़ियों का बीज विभाग और उद्यान विभाग से छूट के दाम पर ले आते हैं और फिर इसका पौधा तैयार करते हैं। उनके यहाँ कई लोगों को किसानी का रोज़गार भी हर महीने मिल जाता है। फसल तैयार हो जाने पर वो मंडी में जाकर फसल बेचते हैं। यह फसल हर सीज़न के हिसाब से बदलती भी रहती है।
जगदीश का कहना है कि सब्ज़ियों और फलों की खेती से उन्हें काफी मुनाफा हो रहा है और आगे भी अपने गांव के किसानों को वो इसी तरह की खेती करने के लिए जागरूक करना चाहते हैं।
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