खबर लहरिया खेती अरबी के पत्ते की खेती के बारे में जानें

अरबी के पत्ते की खेती के बारे में जानें

उत्तर भारत में अरबी के साथ-साथ अरबी के पत्ते भी कई तरह से बना कर खाए जाते हैं। इसके पत्तों को काटकर सुखाने के बाद सब्जी और पकोड़े भी बनाए जाते हैं। बिहार में गर्मी के मौसम में कई किसान अरबी की खेती करते हैं। इसकी फसल 5-6 महीने में तैयार हो जाती है। किसान अरबी के साथ-साथ इसके पत्तों को भी बेच कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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Learn About Cultivation of arabi

                                                                अरबी की खेती

बिहार के सीतामढ़ी ज़िले के मेजरगंज ब्लॉक के गांव हिरोलवा के किसान पिछले कई सालों से अरबी की खेती करते आ रहे हैं। इन लोगों की आय का एकमात्र स्त्रोत यही है। ये किसान गर्मी के माह में अरबी के बीज बोते हैं। गर्मी में बीज लगाने का कारण यह भी है क्यूंकि अरबी को अधिक मात्रा में पानी की ज़रूरत पड़ती है। अरबी के साथ-साथ उसके पत्ते भी बेच कर किसान अच्छी कमाई कर लेते हैं।

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अरबी के पत्तों के फायदे जानें

आंखों से संबंधित परेशानियों से बचाता है। कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखता है। हार्ट के मरीज़ों के लिए लाभदायक है। पाचन तंत्र में लाभकारी है। त्वचा और बालों को भी अच्छा बनाता है।

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