खबर लहरिया ताजा खबरें सिंदूर या बपौती की रेखा? बोलेगे बुलवायेंगे हंस के सब कह जायेगे

सिंदूर या बपौती की रेखा? बोलेगे बुलवायेंगे हंस के सब कह जायेगे

इस शो मे भी मै महिलाओं के उपर बनाए गये नियम पर बात कर रही हू| महिलाओं के जे़वर साज सज्जा जो महिलाओं को जे़वरो मे बांध दिया गया है| रस्म रिवाजों मे ताकि महिलाएं लगी रहे सजने सवरने मे पूरुष रहे आजाद| मै अभी जो बात करने वाली हू हमारे देश मे सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण महिलाओं की मांग मे लगाए जाने वाला सिंदूर है| जिसे हिन्दू धर्म मे शादी के बाद लगाना बहूत जरूरी होता है|

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शादी की पहचान लडकी को देखते ही हो जाता है ये शादीशुदा है या नहीं| लडकी सर से लेकर पैर तक शादीशुदा होने का सबूत लेकर चलती हैं| पैर मे बिछिया, गले मे मंगलसूत्र हाथ मे चूडी माथे पर बिंदी मांग मे सिंदूर पूरा शादीशुदा होने का प्रूफ लेकर जो चलती हैं| कैसे नहीं समझ आएगा की ये लडकी नहीं औरत है| नियम बनाने वाले ने पूरूषो के लिए कुछ नहीं बनाया कोई शादीशुदा होने का जेवर नहीं कोई साटीफिकेट नहीं| कुछ पहचान नहीं पूरूष आजाद हैं कुछ भी करे कितनी शादी करे|

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