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2020 के ऐतिहासिक मुद्दे जो आज भी चर्चा में है

दोस्तों हर साल कुछ खास मुद्दे होते हैं जो राष्ट्रिय से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा का विषय बनते हैं. लेकिन 2020 साल की शुरुआत ही हुई दो ऐसे मुद्दे के साथ जो आज भी चर्चा में है| जी आप सही समझ रहे हैं ऐन आर सी और कोरोंना तो पहले बात ऐन आर सी पर. सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी यानी राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर  के विरोध में शाहीन बाग में 11 दिसंबर से प्रदर्शन शुरू हुआ जो पुरे भारत में ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा में रहा. यूपी, बिहार के साथ ही अन्य कई राज्यों में भी लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे |

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लेकिन इस धरने पर भरी पड़ा कोरोना हलाकि कोरोना ने भी  दिसंबर में दस्तख दे दी थी. चीन के बुहान शहर से भारत के केरल तक का सफर कोरोना ने जनवरी में पूरा किया। और फिर इसका तांडव आप सब को पता है ही. जिस वजह से 24 मार्च को सम्पूर्ण लॉकडाउन लगा और शाहीन बाग़ को भी खाली करा दिया गया. कोरोना महामारी  भारी थी ही

इन सब के अलावे राम जन्म भूमि भी चर्चा में रही हलाकि  1992 से चल रहे रामजन्म भूमि – बाबरी मस्जिद केस का ऐतिहासिक फैसला तो 19 नवम्बर 2019 को ही सुना दिया गया था जो राम मंदिर के पक्ष में था।  लेकिन 2020 में इसकी आधारशिला रखी गई. 5 फरवरी 2020 को प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी. और 22 जुलाई 2020 को पीएम ने 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखने का एलान किया। और 8 सितम्बर 2020 को इसकी नीव रखी गई.

 एक और मुद्दा है जिसने हमें शर्मसार किया जी हाँ वो है हाथरस केस. जहाँ एक दलित लड़की के साथ गैंग रेप कर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी जाती है. और ये  मुद्दा कई राज भी खोलता है

इतने मुद्दों के बीच आप किसानो को मत भूलियेगा। जो अपने हक़ के लिए अभी सिंधु बॉर्डर पर धरने पर बैठे है. और कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. कृषक उत्पाद व्यापार एवं वाणिज्य विधेयक 2020 ,किसान अनुबंध विधेयक 2020 और असेंशियल कमोडिटी बिल 2020 जिसका विरोध किसान आखिर क्यों कर रहे हैं उनसे ही जानते हैं.

ये तो थे 2020 के हाइलाइट मुद्दे जिन्होंने सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है, और नए साल में सबको इस बिमारी से छुटाके यानी वैक्सीन की उम्मीद है इस पर हम 2021 में जरूर बात करेंगे। 

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