खबर लहरिया खेल ज़ज्बा जीत का: उबड़-खाबड़ सड़क पर दौड़ लगाकर हुए विजयी

ज़ज्बा जीत का: उबड़-खाबड़ सड़क पर दौड़ लगाकर हुए विजयी

जिला बांदा। यूथ नेशनल फेडरेशन कप-2021 के तीन दिवसीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता की तीन हजार मीटर दौड़ में प्रथम आकर बुंदेलखंड समेत प्रदेश का मान बढ़ाया है।

बदौसा के सोनकर नगर मोहल्ला निवासी श्रजल बताते हैं कि उज्जैन के शास्त्री नगर स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में 18 अगस्त से 20 तक हुई इस प्रतियोगिता में उन्होंने प्रतिभाग किया था। श्रजल ने बताया कि प्रतियोगिता में यूपी, एमपी, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड, बिहार समेत कई राज्यों से प्रतियोगियों ने भाग लिया था।उन्होंने तीन हजार मीटर की दौड़ प्रतियोगिता में पहला स्थान पाया है। जिससे वह और उनका परिवार बहुत खुश हैं। इतना ही नहीं श्रजल खेलकूद के माध्यम से सेना में जाना चाहते हैं।

वह कहते है कि ओलंपिक में भी प्रतिभाग करना चाहते हैं। वह बच्चों को निशुल्क पढ़ाते हैं और उनको कबड्डी का प्रशिक्षण भी दे रहे हैं। श्रजल के पिता रामआसरे ठेकेदार हैं। मां कुंताबाई गृहणी हैं। अतर्रा पीजी कॉलेज में बीए द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। उन्हें एनसीसी बी और सी सर्टिफिकेट भी प्राप्त है। वह एनसीसी के अंडर अफसर भी रह चुके हैं।
श्रजन बताते हैं कि वह एक ऐसे परिवार से हैं जिनको लोग महत्व नहीं देते उनके परिवार में शिक्षा का बहुत कम आभाव है, लेकिन उसकी बचपन से रूचि थी कि वह खेलकूद में आगे आए और शिक्षित हो।

4 साल की उम्र से ही उसको यह रूचि थी और उसने मन में ठान लिया था कि वह आगे स्पोर्ट में जाकर खेल कूद और दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेगा। इसलिए उसने 2016 से अपनी तैयारी शुरू की और 2021 में जनवरी के महीने में छतरपुर से महोबा की जो मैराथन दौड़ प्रतियोगिता हुई थी उसमें भी उस ने भाग लिया था। दूसरा मैराथन अयोध्या में हुआ था उसमें भी उस ने भाग लिया था और वह हमेशा व्हाट्सएप फेसबुक के जरिए तलाश करता रहता है कि कहां किस तरह की प्रतियोगिताओं के लिए काम चल रहा है ऐसे ही उसको उज्जैन में होने वाली दौड़ प्रतियोगिता के बारे में पता चला और उसने फिर वहां का पूरा बायोडाटा पता किया और रजिस्ट्रेशन फीस भी पता कि इसके बाद उसने वहां पर भी भाग लिया लेकिन उनको वहां पर पहला स्थान मिला तो बहुत ख़ुशी हुई।

क्योंकि उनके परिवार और समाज में किसी ने भी इस तरह की प्रतियोगिताओं में भाग नहीं लिया ना ही इतने शिक्षित हैं। इसलिए वह अपने समाज का नाम रोशन करना चाहते हैं। और इसके लिए वह बराबर मेहनत कर रहा है| उसने यह भी बताया कि कई बार तो लोग उनको कई तरह की बातें भी बोलते हैं लेकिन उसको अपने लक्ष्य से मतलब है किसी की बातों से फर्क नहीं पड़ता और जब लक्ष्य के मुकाम तक पहुंचने की रूचि हो तो उसे कोई नहीं रोक सकता।

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