खबर लहरिया ग्रामीण स्वास्थ्य बांदा: कोरोना संकट से दूर प्राकृतिक संपदा के साथ जीवन व्यतीत कर रहे गोडरामपुर गाँव के लोग

बांदा: कोरोना संकट से दूर प्राकृतिक संपदा के साथ जीवन व्यतीत कर रहे गोडरामपुर गाँव के लोग

इस खबर का उद्देश्य यह बताना बिलकुल भी नहीं है कि गांवों में कोरोना संक्रमण नहीं फ़ैल रहा। देश के हर कोने में मौजूद लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करने की ज़रुरत है। जहाँ एक तरफ इस समय पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, रोज़ाना हज़ारों लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण दम तोड़ रहे हैं। न जाने कितने बच्चों ने अपने माँ और पिता दोनों को ही खो दिया है और हज़ारों लोग इस समय भुखमरी का शिकार हो चुके हैं।

देश के इसी माहौल से अनजान आज हम आपको दिखाने वाले हैं एक ऐसा गाँव की गोद में बसा है। बांदा से कई किलोमीटर दूर पहाड़ों के बीच बसे गोडरामपुर गाँव के लोगों का कहना है कि उनके गाँव में कोरोना वायरस का नामोनिशान नहीं है। ये लोग शुद्ध वातावरण में सांस ले रहे हैं और प्राकृतिक वनस्पतियों का सेवन कर रहे हैं। बुखार, खांसी होने पर भी ये लोग घरेलू इलाज ही कर के ठीक हो जाते हैं। इन लोगों को न ही कोरोना का डर सताता है और न ही तबयत बिगड़ने पर बेड या ऑक्सीजन न मिलने का भय। आसपास कोई भी स्वास्थ्य सेवा न होने के बावजूद भी यह लोग निराश नहीं हैं, यह लोग ख़ुशी-ख़ुशी गाँव में मौजूद प्राकृतिक वन संपदा का आनंद लेकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। तो चलिए मिलते हैं गोडरामपुर गाँव के लोगों से।

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