खबर लहरिया जासूस या जर्नलिस्ट पैसा बना जान का दुश्मन या कोई और वजह? देखिए जासूस या जर्नलिस्ट

पैसा बना जान का दुश्मन या कोई और वजह? देखिए जासूस या जर्नलिस्ट

महोबा कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र में 13 फरवरी को एक वृद्ध किसान की हत्या होने की ख़बर सामने आई थी। जिसकी सूचना पाकर महोबा एसपी सहित कोतवाली की पुलिस मौके पर पहुँची और शव को कब्जे मे लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अपराधी की तलास में जुट गई। मृतक के बहन ने बताया कि 12 फरवरी के रात को उसका भाई रोज की भांति खेत की रखवाली करने गया था। 2 दिन बाद मृतक के भांजे की शादी थी। सब लोग शादी की तैयारी में जुटे थे। हमारी किसी से कोई लड़ाई भी नही थी। पता नही किसने कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी है। मृतक के बहनोई ने बताया कि सुबह जब हम लोग खेत गए तब हमें खून से लथपथ शरीर मिला। इसकी सूचना हमे कुलपहाड़ कोतवाली में दी। पुलिस जांच कर रही है, हमे किसी के ऊपर कोई शंका नही हो रही है। जब हमने गोपनीय तारीके से इस केस में बातचीत की तो पता चला कि मृतक राठ जिला हमीरपुर का रहने वाला था। उसकी शादी नही हुई थी। जिसके चलते वह अपनी जमीन बेचकर अपनी बहन के यहां कुलपहाड़ में रहने लगा था। यहाँ पर उसने कुछ जमीन भी खरीदी थी। जो अपनी बहन के नाम करवा दी थी। पर उसके पास पैसा रुपये बहुत था जो वह खाते में जमा किये था। जिसकी जानकारी उसके बहन बहनोई और भंजो को थी। लोगो ने यह भी बताया की मृतक का बड़ा भांजा अक्सर उससे लड़ाई करता था। और उससे रुपये की मांग करता था। उस रात दोनों ने पहले खूब शराब पी है। उसके बाद कुल्हाड़ी के हत्या कर फरार हो गया है। क्योंकि दो दिन बाद उसके परिवार में शादी थी। जिसका फायदा उठाकर उसने ही अपने मामा की हत्या कर दी है। क्योंकि शादी के चक्कर मे कोई उनके ऊपर शक भी नही करेगा। और सारा रुपये पैसा भी इन्हें मिल जाएगा। हालांकि पुलिस ने मुकदमा लिख 15 फरवरी को अपराधी को पकड़ कर जेल भेज दिया है। पर अब सवाल ये उठ रहा है की जो अपनी जमीन दे सकता है, वो रुपये पैसा कैसे न देते। और अगर हम गोपनीय लोगो की बात माने तो इसमे परिवालो का भी हाथ है, तो पुलिस ने एक ही ब्यक्ति को कैसे जेल भेजा। आखिर बाकी के अपराधियों को पुलिस क्यों छोड़ रही है, कही इसके पीछे कोई और कहानी तो नही। अब देखना यह है कि पुलिस अब क्या करती है, क्या इस हत्याकांड के और आरोपी सामने आएंगे, या एक को ही जेल भेजकर मामला खत्म कर दिया जाएगा। तो दोस्तों ये थी हमारी आज की जासूसी भारी कहानी, आपकी कैसी लगी हमे कॉमेंट कर जरूर बताये। अगर आपके पास भी ऐसे कोई केस हो तो हमें जरूर बताएं, ताकि हम अपने शो के माध्यम से उसको उजाकर कर सके। अभी के लिए इतना ही फिर मिलते हैं अगले एपिसोड में नई जासूसी भारी कहानी के साथ। तक तक के लिए दीजिये मुझे इजाजत नमस्कार