खबर लहरिया Blog ललितपुर: प्रवासी मज़दूरों की सहायता के लिए संस्थाएं बाँट रही राशन सामग्री

ललितपुर: प्रवासी मज़दूरों की सहायता के लिए संस्थाएं बाँट रही राशन सामग्री

यूपी के जिला ललितपुर के ब्लॉक में महामारी के दौरान संस्थाएं प्रवासी मज़दूरों को राशन वितरण करने का काम कर रही हैं।

जिला ललितपुर ब्लॉक महरौनी में जन साहस सोशल डेवलपमेंट सोसाइटी द्वारा प्रवासी मज़दूरों को राशन सामग्री वितरित की गयी है। महामारी में सबसे ज़्यादा परेशानी प्रवासी मज़दूरों को ही झेलनी पड़ी है। रोज़गार की तलाश में वह शहर और गांव के बीच फंसकर रह गए हैं। उनकी मुख्य वजह परिवार का भरण-पोषण करना है। ऐसे में प्रवासी मज़दूरों में राशन बाँटना उन्हें कुछ हद तक राहत पहुँचाने का काम कर रहा है।

क्या है लोगों का कहना ?

राम भाई का कहना है कि उन्हें ब्लॉक स्तर पर राशन सामग्री लेने के लिए बुलाया गया था। उन्हें आटा, चावल, मिर्च, हल्दी, नमक, साबुन आदि चीज़ें मिली हैं। कम से कम 80 मज़दूर राशन लेने के लिए ब्लॉक स्तर पर पहुंचे हुए थे।

राकेश कहते हैं कि उन्हें दो दिन पहले सूचित कर दिया गया था कि जो भी गरीब परिवार हैं। वह राशन सामग्री लेने महरौनी ब्लॉक आ जाएं। वह कहते हैं कि उन्हें इस बात की ख़ुशी है कि गरीब परिवारों को भी पूछने वाला कोई है।

ज्ञान भाई के अनुसार उनके मोहल्ले से 10 महिलाएं राशन लेने गयी थीं। सभी को राशन मिल गया। वह कहते हैं कि लॉकडाउन जैसी बुरी स्थिति में खाने-पीने में संस्थाओं द्वारा मदद किये जाने की वजह से उन्हें राहत मिली है। उसी से उनके परिवार का गुज़ारा चला है। उन्हें राशन सामग्री में सैनिटाइज़र और महिलाओं के लिए सैनिटरी पैड भी दिया गया है।

रजनी कुमारी का कहना है कि लोगों की पात्रता को देखते हुए राशन दिया गया था। जो गरीब परिवार है और जो मज़दूरी करते हैं, जिनके पास खाने के लिए कुछ नहीं है। उन सभी लोगों को राशन के लिए बुलाया गया था। सीता राम के अनुसार अभी तक तीन ब्लॉकों में राशन वितरण किया जा चुका है। जिसमें बिरधा, मडावरा और महरौनी ब्लॉक शामिल हैं।

लोगों को दी गयी यह सामग्रियां

जिला समन्वयक फील्ड वर्क ऑफिसर राकेश कुमार के अनुसार लोगों में 25 किलो आटा-चावल, 10 किलो दाल, 2 किलो पिसी हल्दी, 200 ग्राम मिर्च पाउडर, 500 ग्राम तेल, 2 किलो नमक, दस रुपये वाले पांच साबुन, एक सैनिटरी पैड, एक सैनिटाइज़र और डबल लेयर मास्क दिया गया है। वह कहते हैं कि सभी को सामग्री कोरोना नियमों का पालन करते हुए दी गयी है।

महामारी के दौरान कई जन और समाज संस्थाएं लोगों की मदद के लिए सामने आतीं दिखीं। लेकिन जो सेवाएं सरकार द्वारा ज़रूरतमंदो तक पहुँचाने के लिए कही गयी थी, उसका लाभ सिर्फ कुछ ही लोगों तक पहुंचा। ऐसे में सरकार का यह कहना कि वह लोगों की मदद के लिए कार्य कर रहीं है, यह बात किसी जुमले से ज़्यादा और कुछ नहीं लगता।

इस खबर की रिपोर्टिंग सुषमा देवी द्वारा की गयी है।

कोविड से जुड़ी जानकारी के लिए ( यहां ) क्लिक करें।