खबर लहरिया कोरोना वायरस ललितपुर: 5 सालों से मनरेगा मजदूरी के पैसे के लिए भटक रहे मजदूर

ललितपुर: 5 सालों से मनरेगा मजदूरी के पैसे के लिए भटक रहे मजदूर

जिला ललितपुर ब्लॉक महरौनी गाँव छापछोल के लोगों की शिकायत है कि उन्हें अभी तक मनरेगा में काम करने के पैसे नहीं दिए गए हैं। तकरीबन 40 मज़दूरों ने साल 2016 में मनरेगा में काम किया था। किसी ने तीन हफ़्ते काम किया था तो किसी ने चार हफ़्ते। किसी के भी काम का पैसा नहीं दिया गया है। कई बार प्रधान से भी कहा। हर बार प्रधान यही कहतें कि खाते में पैसे आ गए हैं। जब लोग बैंक जाकर खाते में एंट्री करते तो उन्हें पता चलता कि पैसे तो अब भी नहीं आये हैं।

लोगों का कहना है कि अब तो लॉकडाउन भी लगा हुआ है। बाहर कमाने भी नहीं जा सकते। बाहर जाकर दो से तीन महीने कमाते थे तो परिवार का भरण-पोषण होता था। दो साल हो गए बिना काम के। बिना रोज़गार के रोज़ ही काफी दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है। वह गरीब है इसलिए उनकी कोई सुनवाई भी नहीं करता। प्रधानी को पांच साल गुज़र गए। कुछ नहीं हुआ। लोगों को उम्मीद है कि अब जो नए प्रधान आये हैं वह उनकी परेशानियों का हल करेंगे।

विकास खंड महरौनी के बीडियो आलोक कुमार का कहना है कि उनके पास लोगों की समस्या को लेकर कोई शिकायत पत्र नहीं आया है। जिन लोगों के मज़दूरी के पैसे ही आये हैं उन्हें जल्द से जल्द उनके पैसे दिए जाएंगे।

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