खबर लहरिया Blog जानिए COVID-19, डेंगू और मलेरिया के लक्षणों में क्या अंतर है, कैसे करें पहचान | Fact Check

जानिए COVID-19, डेंगू और मलेरिया के लक्षणों में क्या अंतर है, कैसे करें पहचान | Fact Check

आपको कैसे पता चलेगा कि किसी को COVID है या डेंगू?

मॉनसून आने के साथ ही डेंगू, मलेरिया और हैजा जैसी बीमारियां भी बढ़ जाती हैं. इस बार साथ-साथ COVID-19 महामारी भी है.

इन हालातों में एक चैलेंज है बुखार को पहचानना और उस आधार पर बीमारियों की पहचान जिनके लक्षण एक जैसे हैं

आपको कैसे पता चलेगा कि किसी को COVID है या डेंगू? पता लगाने के लिए सिम्पटम ट्रैकर देखें.

डेंगू में शरीर में दर्द, सिर दर्द और पीठ दर्द के साथ 104 से 105 डिग्री फॉरेनहाइट तक बुखार हो सकता है. मरीज को गंभीर सिर दर्द, आंखों में दर्द और शरीर में दर्द के साथ-साथ कुछ पाचन समस्याओं जैसे सूजन और उल्टी हो सकती है. तापमान इस हद तक बढ़ सकता है कि सामान्य पैरासिटामोल से कोई फर्क न पड़े.

वहीं COVID में हो सकता है कि बुखार लगातार न रहे और पैरासिटामोल जैसी दवाइयों से कंट्रोल में रहे. कोरोना के प्रमुख लक्षणों में खांसी, सांस लेने में कठिनाई, स्वाद और गंध की हानि और दूसरी सांस लेने से जुड़ी समस्याएं शामिल हो सकती हैं.

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                                                                                                                              (कार्ड: फिट/श्रुति माथुर)

क्रिटिकल केयर स्पेशलिस्ट डॉ. सुमित रे कहते हैं, “डेंगू में खांसी हो सकती है. फेफड़े के चारों ओर फ्लूड (तरल पदार्थ) जमा होने से ऐसा हो सकता है. इससे सांस फूल सकती है.”

इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में इंटरनल मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. सुरनजीत चटर्जी कहते हैं, “ठंड लगने को भी COVID-19 के लक्षणों में जोड़ा जा चुका है.”

                                                                                                                         (कार्ड: फिट/श्रुति माथुर)

चकत्ते (रैशेज) COVID-19 का एक नया लक्षण हैं, हालांकि वे डेंगू में ज्यादा देखे जाते हैं.

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                                                                                                                 (कार्ड: फिट/श्रुति माथुर)

कस्तूरबा अस्पताल और MGIMS (वर्धा, महाराष्ट्र) के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट डॉ. एसपी कलंतरी ने फिट से बातचीत में पहले बताया था, “भारत में बुखार की पहचान हमेशा उन पांच बीमारियों के कारण एक चुनौती रहा है, जो ‘एक्यूट अनडिफ्रेंशिएटेड फीवर’ की वजह बनती हैं. ये हैं जून और सितंबर के बीच से शुरू हो जाने वाली मलेरिया, डेंगू, स्क्रब टाइफस, टाइफाइड और लेप्टोस्पायरोसिस.”

अगर आप में COVID-19 या इन बीमारियों में से किसी का भी लक्षण नजर आ रहा है, तो अपने नजदीकी हेल्थकेयर प्रोवाइडर को कॉल करें और घर पर सावधानी बरतें.

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