खबर लहरिया जिला आजादी का जश्न और भाषणबाज़ी। देखिये राजनीति, रस, राय ||

आजादी का जश्न और भाषणबाज़ी। देखिये राजनीति, रस, राय ||

नमस्कार दोस्तों, मैं हूँ मीरा देवी, खबर लहरिया की ब्यूरो चीफ। मेरे शो राजनीति रस राय में आपका बहुत बहुत स्वागत है। मैं फिर हाज़िर हूँ आप सबके साथ राजनीतिक चर्चा करने के लिए। 15 अगस्त का दिन आजादी के रूप में बड़े धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है और भारत के रहने वाले नागरिकों को मनाना भी चाहिए किताबों में मिले रिकार्ड के हिसाब से आज ही के दिन 15 अगस्त 1947 को हमारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ।।

15 अगस्त का जश्न सिर्फ राजनीतिक लोग ही मना रहे हैं। या फिर स्कूलों और कॉलेजों के शिक्षको ने जश्न मनाया। वह छोटे बच्चे नहीं शामिल हुए जिनको 15 अगस्त के पीछे की कहानियों को सुनाया जाता है ताकि वह देश के भविष्य को गढ़ सकें। आप कह सकते हैं कि कोरोना के चलते यह सब हुआ लेकिन उन्हीं बच्चों ने अलग अलग स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया तब कोरोना भाग गया था थोड़ी देर के लिए? चलिए इसको यही पर छोड़ देते हैं और आगे बात करते हैं इस बार के सबसे बड़े बदलाव की जो अब तक में पहली बार हुआ और उसका श्रेय पार्टी विशेष ने लिया।

इस 15 अगस्त का जश्न बीजेपी पार्टी ने 151 फुट ऊंचे पोल पर तिरंगा झंडा फहरा कर आजादी का जश्न मनाया। यह बांदा जिले के रेलवे स्टेशन और नवाब टैंक के मान सरोवर में हुआ। मौजूदा सरकार के सांसद,विधायक और छुटभैया नेताओं ने जमकर नारेबाजी और भाषणबाजी की। इस कार्यक्रम में भी सरकार की योजनाएं, उसका काम, हमारी सरकार ने ये किया वो किया या फिर विपक्षी पार्टियों ने कुछ नहीं किया। मतलब जाति, धर्म, लिंग भेदभाव का बोझ बेचारे ढोते फिर रहे हों और यहीं हैं जो सबकी नैया पार लगाएंगे।

लम्बे भाषण दे देने से, सरकार के कामों और योजनाओं को गिना देने से क्या उन महापुरुषों को श्रंद्धाजलि हो गई जिन्होंने देश को इस मुकाम तक पहुंचाया और आजादी का जश्न मनाने के लिए एक दिन दिया। उन राजनीतिक दलों से हम नागरिक ये कहना चाहते हैं चाहे वह भारतीय जनता पार्टी हो, समाजवादी पार्टी हो, कांग्रेस हो या बसपा कि यही एक दिन तो है जब हम आजादी पे परवानों को करीब से महसूस करते हैं। सौभाग्य है हमारा कि एक क्षण का समय ही उनके नाम करते हैं तो और सब मिलकर उस क्षण को जिए। कम से कम यहां तो राजनीति न करिए। क्या आपसे ये उम्मीद की जा सकती है?

साथियों इन्हीं विचारों के साथ मैं लेती हूं विदा, अगली बार फिर आउंगी एक नए मुद्दे के साथ। अगर ये चर्चा पसन्द आई हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। लाइक और कमेंट करें। अगर आप हमारे चैनल पर नए हैं तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें। बेल आइकॉन दबाना बिल्कुल न भूलें ताकि सबसे पहले हर वीडियो का नोटिफिकेशन आप तक सबसे पहले पहुंचे। अभी के लिए बस इतना ही, सबको नमस्कार!

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