खबर लहरिया ताजा खबरें प्रियंका रेड्डी- क्यों जलती है बेटियां?

प्रियंका रेड्डी- क्यों जलती है बेटियां?

ये साल भी जाते जाते एक दर्द दे गया. 2012 की तरह इस दिसंबर भी लोग सड़कों पर है मुद्दा भी वही है एक युवती के साथ गैंग रेप और फिर उसकी हत्या बस जगह और नाम भर बदल गए हैं. पिछली बार दिल्ली की बेटी इस दरिंदगी का शिकार हुई थी तो इस बार तेलंगाना के हैदराबाद की महिला वेटनरी डॉक्टर(पशु अस्पताल) प्रियंका रेड्डी । 

घटना क्या थी ?

जानकारी के अनुसार 27  नवम्बर की रात जब प्रियंका डॉक्टर को दिखा कर आ रही थी तब अचानक उसका स्कूटर पंचर हो गया. रात के लगभग साढ़े 9 बजे थे. प्रियंका को डर लग रहा था. उसी जगह  4 लोग मदद के नाम पर आये और इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया। प्रियंका कि बहन के अनुसार जब प्रियंका से उसकी बात हो रही थी तो उसे स्कूटी छोड़ कैब लेकर आने की बात हो रही थी तभी अचानक फोन कट गया घरवालों को लगा शायद प्रियंका को कैब मिल गया है. लेकिन जब २ घंटे बाद भी प्रियंका नहीं पहुंची तब परिजन साइबराबाद पुलिस स्टेशन पहुँचते है. लेकिन वहां से ये कह कर वापस कर दिया गया की वो उनके क्षेत्र का मामला नहीं है. तब प्रियंका रेड्डी कि बहन शमशाबाद पुलिस स्टेशन पहुंचती है. लेकिन वहां भी कोई जल्दबाजी नहीं दिखाई गई अगले दिन (28 नवम्बर) सुबह 7 बजे एक किसान ने पुलिस को बताया कि एक जली हुई लाश पड़ी  है. प्रियंका के लॉकेट और जले हुए स्कार्फ से पता चला ये लाश प्रियंका की थी. उसके बाद पुलिस हरकत में आई और छानबीन के बाद पता चला की प्रियंका के साथ सामूहिक बलात्कारबांदा: घर वालो का आरोप, 6 साल की मासूम बच्ची के साथ हुआ बलात्कार भी हुआ था. हलाकि 4 आरोपियों को पकड़ लिया गया है. जिनमें मोहम्मद आरिफ 25 साल का है सी चेन्नाकेशवुलु, जे शिवा और जे नवीन भी हैं, जिनकी उम्र करीब 20 साल है. पुलिस के सामने सबने रेप और हत्या का गुनाह कबूल किया है. घटना का मास्टरमाइंड मोहम्मद आरिफ को बताया जा रहा है. आरोपियों ने ये भी बायता है की ये एक सोची समझी साजिस के तहत घटना को अंजाम दिया गया है. अब इस घटना को हिन्दू मुस्लिम ऐंगल से भी देखा जा रहा है.  सोशल मिडिया पर #RIPHumanity #PunishRapistsInPublic #HangRapists ट्रेंड हो रहे हैं और कई सारे सलेब्रिटी भी सामने आये हैं.

 

 

अब सवाल ये उठता है कि आखिर कब तक हमारे देश में बेटियां हैवानियत का शिकार होती रहेंगी? कब एक लड़की को नहीं बल्कि आरोपी को कानून का डर होगा ? हमारे देश की विडम्भना है कि  यहाँ बलात्कारियों को वकील तो आसानी से मिल जाते हैं लेकिन पीड़िता को न्याय के लिए सालों इंतज़ार करना पड़ता है उसके बाद भी पता नहीं कानून कौन सा मोड़ ले.