खबर लहरिया Blog चित्रकूट : खुले नाले में गिरने से हुई 2 साल के बच्चों की मौत, परिवार ने लगाया प्रधान पर आरोप

चित्रकूट : खुले नाले में गिरने से हुई 2 साल के बच्चों की मौत, परिवार ने लगाया प्रधान पर आरोप

मृतक बच्चे के पिता ने बताया, वह प्रधान से बराबर मांग कर रहे थे कि उस नाले में पटिया बिछा दे लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गयी जिसके चलते उसके बच्चे की जान चली गई।

                                                                               मृतक बच्चे का परिवार व गाँव वाले, घटना के बाद सड़क को जाम करते हुए

चित्रकूट जिले के खंडेहा गांव में 28 मार्च को घर के बाहर खेल रहे 2 साल के बच्चे की नाले में गिरने से डूब कर मौत हो गई है। मामले को लेकर, परिवार ने गाँव के प्रधान पर लापरवाही का आरोप लगाया है। लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची व परिजनों को कार्यवाही का भरोसा देते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

इस बारे में मऊ क्षेत्र अधिकारी सीओ राजकमल सिंह ने खबर लहरिया को बताया, परिवार द्वारा दी गयी तहरीर के अनुसार आगे की कार्यवाही की जायेगी।

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प्रधान का इस मामले में क्या है कहना

मामले को लेकर, आरोपित प्रधान गोमती देवी ने बताया,”2 महीने पहले नाला बनाया गया था। सरकार की तरफ से नाले पर पटिया बिछाने का आदेश नहीं है। जिनके दरवाजे के सामने नाला पड़ता है वह अपने निकालने के लिए दरवाजे के सामने खुद से पटिया रखवा सकते हैं। बच्चे की मौत का जो उनके ऊपर आरोप है वह बेबुनियाद है। मां-बाप को खुद अपने बच्चों की देख-रेख करनी चाहिए।”

प्रधान की लापरवाही से हुई बच्चे की मौत – पिता का आरोप

मृतक बच्चे के पिता नसीम उर्फ रज्जू का कहना है कि उसके 2 साल का बच्चा घर के बाहर खेल रहा था। वह अचानक से नाले में गिर गया जिससे उसकी डूबने से मौत हो गयी। जब काफी देर तक बच्चा घर के अंदर नहीं आया तो उन्होंने बच्चे को ढूंढ़ा तो उसका शव नाले में तैरता हुआ मिला जिसे देखकर कर उनके होश उड़ गए।

नसीम ने आगे कहा, ग्राम प्रधान की लापरवाही से ही उसके बच्चे की मौत हुई है क्योंकि कुछ महीने पहले ही प्रधान ने नाला बनवाया था जिसकी गहराई लगभग 6 फीट है। नाला बनवाने के बाद भी नाले में पटिया नहीं बिछवाई गयी जिसकी वजह से उनके बच्चे की डूबकर मौत हो गयी है इसलिए प्रधान के खिलाफ तहरीर देकर उनकी कार्यवाही की मांग है।

उन्होंने यह भी कहा, ‘वह प्रधान से बराबर मांग कर रहे थे कि उस नाले में पटिया बिछा दे लेकिन उसने एक नहीं सुनी जिसके चलते आज उसके बच्चे की जान चली गई।’

गांव के लोगों की राय

घटना को लेकर गांव के लोगों ने कहा, यह खुला नाला मौत को दावत दे रहा है। आज एक घटना हुई है, और भी हो सकती है इसलिए वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस नाले को पटाया जाए।

दैवीय आपदा के तहत मिलेगा मुआवजा

मऊ तहसील के एसडीएम नवदीप शुक्ला ने खबर लहरिया को बताया, उनको सूचना मिली है कि एक मासूम बच्चे की नाले में डूब कर मौत हो गई है। वहां पर लेखपाल और उनके द्वारा जाकर मौके पर जांच की गई है। दैवीय आपदा के तहत चा   र लाख मुआवजा मिलने का नियम है वह उनको दिया जाएगा।

इस खबर की रिपोर्टिंग सहोदरा द्वारा, लेखन गीता व संपादन संध्या द्वारा किया गया है। 

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