खबर लहरिया Blog चित्रकूट: कोरोना वायरस की तीसरी लहर के खतरे के चलते व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन

चित्रकूट: कोरोना वायरस की तीसरी लहर के खतरे के चलते व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन

लॉकडाउन के कारण महीनों दुकानें बंद रहने से न ही किसी चीज़ की बिक्री हुई है और न ही व्यापारी किसी प्रकार का मुनाफा कर पा रहे हैं। जहाँ धीरे धीरे सबके काम वापस से पटरी पर आना शुरू हुए थे कि कोरोना की आने वाली तीसरी लहर की खबर अब सभी के लिए चिंता का विषय बन गयी है।

कोरोना संक्रमण के चलते पिछले साल से लग रहे लॉकडाउन ने हर प्रकार के व्यापार, नौकरियों और रोज़गार पर बुरा असर डाला है। गरीबों और मज़दूरों ने सबसे ज़्यादा कोरोना वायरस की मार झेली है। लेकिन इस लॉकडाउन ने व्यापारियों का भी जम कर घाटा कराया है। लॉकडाउन के कारण महीनों दुकानें बंद रहने से न ही किसी चीज़ की बिक्री हुई है और न ही व्यापारी किसी प्रकार का मुनाफा कर पा रहे हैं। जहाँ धीरे-धीरे सबके काम वापस से पटरी पर आना शुरू हुए थे कि कोरोना की आने वाली तीसरी लहर की खबर अब सभी के लिए चिंता का विषय बन गयी है।

इसी को मद्देनज़र रखते हुए चित्रकूट के कर्वी ब्लॉक में 23 जून दिन बुधवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष पवन कुमार गुप्ता के निर्देश पर और चित्रकूट कांग्रेस प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता के नेतृत्व में तहसील कर्वी के उप जिलाधिकारी द्वारा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ब्लॉक के व्यापारियों ने 9 सुत्री ज्ञापन दिया।

16 महीनों से ठप्प पड़ा है काम-

उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष ओम प्रकाश गुप्ता ने ज्ञापन देते हुए बताया कि पिछले 16 महीने से संपूर्ण लॉकडाउन और कोरोना वायरस के प्रभाव से सबसे ज्यादा नुकसान खुदरा व्यापारी, छोटे और मध्यम वर्गीय व्यापारी और लघु उद्योग व्यापारियों को ही हुआ है। आगे आने वाली कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर का प्रभाव भी सबसे पहले व्यापार पर पड़ेगा और ऐसा भी संभव है कि व्यापारियों की कमर तोड़ देने वाली बंदी और कर्फ्यू दोबारा लगा दिया जाए। ओम प्रकाश के साथ ज्ञापन देने आये बाकी सभी व्यापारियों की मांग है कि लॉकडाउन लगने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए लघु उद्योग एवं समस्त छोटे एवं बड़े व्यापारियों को तत्काल आर्थिक पैकेज सरकार द्वारा प्रदान कराया जाए। इसके साथ ही कोरोना वायरस महामारी के समय लगे संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान आया बिजली का भी बिल माफ़ किया जाए।

लोन का ब्याज माफ़ करने की भी है मांग-

उद्योग व्यापार के प्रदेश सचिव प्रशांत गुप्ता ने हमें बताया कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन के समय जिन व्यापारियों ने बैंकों से अपना काम चलाने के लिए लोन लिया था, उनका सम्पूर्ण ब्याज माफ़ कराने की भी मांग मुख्यमंत्री से इस ज्ञापन में की गई है। व्यापारी प्रदीप कुमार का कहना है कि वर्षों तक करदाता रहे व्यापारियों को 59 वर्ष की आयु के बाद सम्मान जनक पेंशन दी जानी चाहिए। इसके साथ ही इन लोगों ने व्यापारियों का संविधानिक अधिकार वाला एक संगठन बनाया जाने की भी मांग की है, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों और बाजारों की स्थानीय समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण आसानी से किया जा सके।

इस मौके पर ज्ञापन देते समय व्यापारियों के साथ कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष रंजना बरातीलाल भी शामिल रहीं। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी का असर सभी वर्ग के लोगों पर पड़ा है। पिछले साल से जब जब त्योहारों का समय आ रहा है तब-तब कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगा दिया जाता है। ऐसे में व्यापारी कुछ मुनाफ़ा नहीं कर पाते हैं और कई लोगों को तो अपनी दुकानें बंद करनी पड़ गयी हैं। ऐसे में ज़रूरी है कि इन लोगों की मांगें पूरी की जाएँ ताकि व्यापारियों को कोरोना की आने वाली तीसरी लहर में कुछ राहत मिल पाए।
उन्होंने बताया कि बाज़ार बंद होने के कारण लोगों के पास रोज़गार का कोई जरिया नहीं है और ऐसे में दुकानों का किराया और बिजली का बिल भर पाना इन लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। इसलिए सरकार को अब व्यापारियों के हित में कुछ सोचना चाहिए और इस बारे में फैसला लेना चाहिए।

इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है। 

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