कोरबा जैसे क्षेत्रों में कोल माइन्स के कारण मानव और भूमि अधिकारों का उल्लंघन लंबे समय से जारी है, खासकर 2008 से। खनन परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण अक्सर खनन शुरू होने से 10-20 साल पहले किया जाता है, जिससे स्थानीय समुदायों, खासकर किसानों और आदिवासी जनजातियों के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न होती हैं। आइए देखें कि 2008 से अब तक क्या हो रहा है, जो आज भी जारी है।
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