खबर लहरिया Blog मध्यप्रदेश-गुना में दलित परिवार की फसल पर बुलडोज़र चलाये जाने का मामला, दंपत्ति ने पिया जहर

मध्यप्रदेश-गुना में दलित परिवार की फसल पर बुलडोज़र चलाये जाने का मामला, दंपत्ति ने पिया जहर

Case of bulldozers on Dalit family crop in Guna

मध्य प्रदेश के गुना शहर से किसान परिवार पर पुलिस की बर्बरता की तसवीरें सामने आयी हैं। यहां पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई से दुःखी होकर एक किसान दंपत्ति ने जहर पी लिया। किसान की पत्नी की हालत गंभीर है।इस मामले में आइजी, कलेक्टर-एसपी को हटा दिया गया है, और उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। दलित किसान परिवार के साथ प्रशासन की बर्बरता हैरान करने वाली है हर ओर इसकी निंदा हो रही है

क्या है पूरा मामला?

मामला गुना जिले में कैंट थाने के जगनपुर चक्र का है जहां मंगलवार (14 जुलाई) को राजस्व विभाग और पुलिस की टीम जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई थी। इस जमीन को किसान राजकुमार ने बटाई पर ले रखा है। यह जमीन एक कॉलेज के लिए आवंटित है और पुलिस पहले भी एक बार इसे अवैध कब्जे से मुक्त करा चुकी है। जब सरकारी अमला मौके पर पहुंचा तो किसान ने अपने 7 बच्चों के साथ प्रशासनिक- पुलिस अफसरों के सामने हाथ जोड़ता रहा, उसका कहना था कि यह भूमि गप्पू पारदी ने उसे बटिया पर दी है कर्ज लेकर वह बोवनी कर चुका हैअगर फसल उजड़ी तो बर्बाद हो जाएगा पुलिस नहीं मानी और खेत में जेसीबी चला दिया।

कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश

बताया जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई से आहत किसान दंपति ने खेत में ही कीटनाशक पी लिय़ा। दोनों को बेसुध होते देख पुलिस अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। पति-पत्नी को एंबुलेंस में लादकर अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल ले जाते समय पुलिस की किसान परिवार से झड़प भी हुई। पुलिस का कहना है कि राजकुमार के भाई ने एक महिला पुलिसकर्मी को धक्का दिया था। इसके बाद पुलिस ने उनके साथ ऐसा सलूक किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है।

खेती ही आजीविका का जरिया

Case of bulldozers on Dalit family crop in Guna

समाचार पत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार राजकुमार के परिवार में एक दर्जन के लगभग सदस्य हैं। परिवार की आजीविका खेती से ही चलती है। कीटनाशक पीने से पहले राजकुमार ने अफसरों को रो-रोकर दलील दी थी कि खेती के लिए उसने चार लाख रुपये का कर्ज लिया है। उसकी फसल को तबाह किया गया तो वह और उसका परिवार कहीं का नहीं रहेगा और पूरे परिवार के सामने आत्महत्या के सिवाय कोई विकल्प नहीं बचेगा। मगर अधिकारी नहीं पसीजे।

पुलिस ने मौके से राजकुमार और उसके परिजनों को हटाने के लिए बल का प्रयोग भी किया था। महिला पुलिस कर्मी भी राजकुमार की लातों से पिटाई करती नज़र आई थी। राजकुमार की पत्नी की भी पिटाई की गई थी। मारपीट और धक्का-मुक्की में राजकुमार की पत्नी के कपड़े तक फट गये थे।

मायावती ने ट्वीट कर साधा निशाना

बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के गुना पुलिस व प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के नाम पर दलित परिवार को कर्ज लेकर तैयार की गई फसल को जेसीबी मशीन से बबार्द करके उस दम्पत्ति को आत्महत्या का प्रयास करने को मजबूर कर देना अति-क्रूर व अति-शर्मनाक हैइस घटना की देशव्यापी निन्दा स्वाभाविक, सरकार सख्त कार्रवाई करे

गृहमंत्री ने कहा दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा

प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि घटना के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। भोपाल से टीम गुना जाकर मामले की जांच करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।