उत्तर प्रदेश का आयोध्या जिला अपने धार्मिक स्थलों के आलावा अपने पर्यटन के लिए भी जाना जाता है। अयोध्या जिले के फैज़ाबाद में सरयू नदी के पास बसा कम्पनी गार्डन लोगों में काफ़ी ज़्यादा मशहूर है। यह सालों साल पुराना तो नहीं है। पर लोगों के लिए यह गार्डन उनकी बनाई हुई अच्छी यादों का एक हिस्सा ज़रूर है। यह फैज़ाबाद रेलवे स्टेशन से तकरीबन 10 किमी. की दूरी पर नियावा रोड पर स्थित है।
कंपनी गार्डन का इतिहास
यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि पहले कम्पनी गार्डन को ‘धार्मिक स्थल’ के नाम से जाना जाता था। वह इसलिए क्यूंकि गार्डन गुप्तार घाट से लगभग 200 मीटर की दूरी पर था। गुप्तार घाट में भगवान श्री नाम ने जल समाधि ली थी। इसलिए जगह का नाम गुप्तार घाट पड़ गया। कम्पनी गार्डन, घाट के साथ ही था। इसलिए उसे पहले धार्मिक स्थल के नाम से लोगों द्वारा जाना जाता था। इसकी नींव अंग्रेज़ों द्वारा डाली गयी थी।
जब भी लोग गुप्तार घाट घूमने के लिए आते। तो वह आराम के लिए कम्पनी गार्डन में ही रुकते। इसके बाद धीरे-धीरे सेना विभाग ने इसमें पेड़-पौधे और बाउंड्री बनवा दी। गार्डन को पहले से ज़्यादा विकसित कर दिया गया। जिसके बाद इसका नाम कम्पनी गार्डन पड़ गया।
बाद में जयपुरिया स्कूल के लोगों द्वारा गार्डन में बैठने के लिए चबूतरा बनवाया गया। बच्चों के लिए झूले लगवाए गए। इस समय गार्डन की देख-रेख का काम राजकीय उद्यान विभाग द्वारा किया जाता है। जितना भी सौन्द्रीयकरण का काम है, वह भी विभाग ही करवाता है।
घूमने आये लोग क्या कहते हैं गार्डन के बारे में ?
अयोध्या से कम्पनी गार्डन में घूमने आये अर्जुन का कहना है कि यहां कोई टिकट नहीं लगती। जिसकी वजह से यहां कोई भी और कितने भी लोग आ सकते हैं। वह कहते हैं की यहां लोग जोड़े में या फिर अपने परिवार के साथ आ सकते हैं। यह जगह हर प्रकार के लोगों के लिए अच्छी है। साथ ही पास के गुप्तार घाट की ठंडी हवाएं जब उनको छूती है। तो उन्हें काफी सुकून महसूस होता है।
सुनील कुमार कहते हैं कि गार्डन में जन्मदिन या वैलेंटाइन डे, सब मनाया जाता है। उन्होंने भी अपना जन्मदिन इसी गार्डन में मनाया था।
रंग-बिरंगे फूलों से भरा है गार्डन
गार्डन में कई तरह के रंग-बिरंगे फूल नज़र आते हैं। जो आँखों को बेहद सुकून देते हैं। अयोध्या से आयीं शिवानी कहती हैं कि उन्हें यहां आना काफी अच्छा लगता है। वह हफ्ते में एक दिन तो यहां ज़रूर आती है। दिल को बहुत शान्ति मिलती है। उन्हें गार्डन में लगे फूल और बरगद के पेड़ की छाँव काफी लुभाती है। यहां आकर वह खूब सारी फोटो भी खिंचवाती है।
कम्पनी गार्डन की मशहूर पकौड़ी और चटनी
फैज़ाबाद की रहने वाली पूजा कहती हैं कि जब पिछले महीने उनकी नौकरी लगी थी। तब वह अपने परिवार के साथ यहीं आयी थीं। परिवार के साथ मिलकर पार्टी की थी। लोग यहां पर आइसक्रीम खाते हैं। साथ ही यहां की मशहूर पकौड़ी और चटनी भी। बेसन और प्याज के पकौड़े और हरे कच्चे टमाटर की चटनी…. अहा! मुंह में पानी ही आ गया। लोग जब भी यहां आते हैं तो यह तो ज़रूर ही खाते हैं।
छात्र भी आते हैं पिकनिक के लिए
अयोध्या के आलावा यहां अन्य जिलों के लोग भी घूमने के लिए आते हैं। गार्डन में हर तरह की व्यवस्था मौजूद है। किसी भी चीज़ के लिए यहां रोक-टोक नहीं की जाती। छात्र और छात्राएं यहां पिकनिक भी मनाते हैं।
गार्डन के खुलने का समय
कंपनी गार्डन सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक खुला रहता है। साथ ही गार्डन में प्रवेश के लिए किसी भी तरह का शुल्क भी नहीं लगता।
यह है मुख्य रेलवे स्टेशन
यहां आने के लिए फैज़ाबाद और अयोध्या रेलवे स्टेशन सबसे करीब और सबसे मुख्य है। यहां आकर आप किसी भी साधन से गार्डन कुछ ही समय में पहुँच सकते हैं।
इसके आलावा कम्पनी गार्डन के पास मिलिट्री मंदिर, राजकीय उद्यान और अन्य धार्मिक स्थल भी मौजूद है। जहां पर्यटक घूम सकते हैं। सरयू नदी पर बसा कंपनी गार्डन सूर्यास्त का मनमोहक दृश्य भी लोगो के साथ सांझा करता है। चारों तरफ फैली हरियाली और नदी से होती हुई ठंडी हवाएं, जब चेहरे को छूती है। तो मन में चल रही आपा-धापी एकदम से मौन हो जाती है। तो फिर क्या सोचा है आपने, आ रहे हैं ना इस सफर पर आप?
इस खबर को खबर लहरिया के लिए कुमकुम यादव द्वारा रिपोर्ट किया गया है।