छत्तीसगढ़ करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह तोमर और भाई रोहित सिंह तोमर के घर कल क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमारी की गई जिसमें करोड़ों की संपत्ति भी जब्त हुए।
लेखन – रचना
कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहे राष्ट्रीय करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह तोमर और हिस्ट्रीशिटर (एक ऐसा व्यक्ति जिसका लंबा आपराधिक इतिहास होता है) भाई रोहित सिंह तोमर के घर पर 4 जून 2025 क्राइम ब्रांच ने रात में छापेमारी। महिला पुलिसकर्मियों सहित 25 सदस्यीय टीम की यह कार्यवाही बीते कई घंटो से लागतर जारी रही।
क्या था मामला ?
पत्रिका के अनुसार, हिस्ट्रीशीटर रोहित ने तेलीबांधा इलाके के एक होटल में प्रॉपर्टी डीलर को जान से मारने की कोशिश की थी। उस पर रोहित और उसके बाउंसरों ने जानलेवा हमला किया था। इस मामले में आरोपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया।
आरोपियों के पुराने मामलों की भी जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी का सूदखोरी का बड़ा करोबार है। दोनों भाइयों के खिलाफ रायपुर के अलग-अलग थानों में हत्या, सूदखोरी, जबरन वसूली, मारपीट, जान से मारने की धमकी, अपहरण और गोलीबारी जैसे कई गंभीर मामले वीआईपी रोड, भाठागांव, कबीर नगर, कोतवाली, आजाद चौक, गुढियारी, अमलीडीह व हलवाई लाइन समेत कई थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं। वे कई बार जेल जा चुके हैं और फिलहाल जमानत पर बाहर थे।
कौन है वीरेंद्र सिंह तोमर और भाई रोहित सिंह तोमर
दोनों भाई छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। वीरेंद्र सिंह तोमर करनी सेना के प्रदेश अध्यक्ष है। भाई रोहित सिंह तोमर शहर में ‘गोल्डमैन’ के नाम से कुख्यात है।
नई दुनिया के रिपोर्ट के अनुसार उसने सूदखोरी से अर्जित पैसों से लाखों का सोना खरीदा और सोने के गहनों के साथ शाही अंदाज में घूमता है। भाठागांव में उसका आलीशान बंगला है और शहर के कई हिस्सों में करोड़ों की संपत्तियां, महंगी गाड़ियां और निजी सुरक्षा गार्डों की फौज उसके रसूख को दर्शाती है। पुलिस रिकॉर्ड में रोहित एक सक्रिय हिस्ट्रीशीटर है, और वह अपने महंगे लाइफस्टाइल, सोने से जड़े कपड़ों और गाड़ियों के काफिले के लिए बदनाम रहा है। पुलिस के अनुसार, वह अवैध सूदखोरी के पैसे से आलीशान जिंदगी बिताता रहा है।
कुछ चर्चित मामले भी सामने आया है।
2006: आजाद चौक में कारोबारी पर चाकू से हमला
2010: गुढ़ियारी में मारपीट और उगाही
2013: हत्या का मामला
2015: अप्राकृतिक कृत्य की रिपोर्ट
2016: मारपीट व धमकी (पुरानी बस्ती)
2017-2019: सूदखोरी, ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी, महिलाओं से मारपीट व धमकी
क्या कुछ जब्त किए गए
अब तक के छापेमारी में विरेंद्र सिंह तोमर के घर से कई करोड़ रुपये नगदी, 20 जिंदा कारतूस, एक लग्जरी गाड़ी, रिवाल्वर, पिस्टल, तलवार, सत्तर तोला सोना और जमीन से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज क्राइम ब्रांच द्वारा जब्त किए गए हैं।
केस दर्ज और पुलिस कार्रवाई
क्राइम ब्रांच की ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद करणी सेना के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह और उनके भाई रोहित सिंह तोमर रायपुर छोड़कर फरार हो गए हैं। पुलिस के अनुसार, रोहित का मोबाइल बंद है और उसके साथ उसका निजी बाउंसर भी लापता है। दोनों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह छापा किसी बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ हो सकता है। आर्थिक अपराध शाखा, इन्कम टैक्स और प्रवर्तन निदेशालय भी इस मामले की पड़ताल में शामिल हो सकते हैं।
यदि आप हमको सपोर्ट करना चाहते है तो हमारी ग्रामीण नारीवादी स्वतंत्र पत्रकारिता का समर्थन करें और हमारे प्रोडक्ट KL हटके का सब्सक्रिप्शन लें’