खबर लहरिया चुनाव विशेष चुनाव जीत खातिर सिर्फ धर्म का मुद्दा ही रहिगा है का? राजनीति, रस, राय

चुनाव जीत खातिर सिर्फ धर्म का मुद्दा ही रहिगा है का? राजनीति, रस, राय

नमस्कार दोस्तों, मैं हूँ मीरा देवी, खबर लहरिया की ब्यूरो चीफ। मेरे शो राजनीति रस राय में आपका बहुत बहुत स्वागत है। एक बार फिर से हाजिर हूँ मैं, आपके साथ राजनीति की चर्चा को लेकर। एक बात बताइये भइया कि अब चुनाव जीत खातिर सिर्फ धर्म का मुद्दा ही रहिगा है का। जहां देखौ सारे नेता अब मंदिरन मस्जिदन मा मूड़य पटके डारत हैं। बाज़ार भरका सेंदुर और चंदन लगाए डारत हैं।

जनता के बीच बतावत हैं कि देखौ उइन अब केतने बड़े वाले भगत हुई गे हैं। एक बात तौ है भैया कि बीजेपी पार्टी के नकल अब सब करैं लाग जैसे बीजेपी पार्टी वाले सपा पार्टी और बीएसपी पार्टी का नकल करिस है। लेकिन मैं बताऊं नकल मा भी अक्ल लगावैं का परत है। नकल कतौ बराबरी के नहीं होई सकत।

जइसेन जइसेन चुनाव आवत जात हैं वैसे वैसे नेता आपन पाप धोवें खातिर कतौ गंगा मा डुबकी लगावत हैं तो कतौ मंदाकिनी मा। 8 जनवरी 2021 मा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव चित्रकूट आ के मंदाकिनी नदी मा नहायेंन। यहिंतान प्रियंका गांधी 17 नवंबर 2021 का मंदाकिनी नदी किनारे रामघाट मा पूजा पाठ करिन। चुनाव जीतें के मन्नत भी मांगीं होइहैं।

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या बताव नेता नगरी या सब कईके का हासिल कई ल्याहौ? फिर आपन प्रयाश जारी कीने रहौ होई सकत है कि कुछ हल निकरिन आवै। जनता सब जानत है। तुम्हैं का लागत है कि जनता बहुत भोली है, तुमरे कहे मा आ जई। या दरकी जनता सोच समझ के वोट देई। या समय सबै नेतन के पास चुनावी मुद्दा सिर्फ धार्मिक रही गया है। मूलभूत सुविधन से उनकर ध्यान भटक गा है। सड़क बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार जैसे के मुद्दा अब नेता काहे नहीं उठा रहे हैं?

साथियों इन्हीं विचारों के साथ मैं लेती हूं विदा, अगली बार फिर आउंगी एक नए मुद्दे के साथ। अगर ये चर्चा पसन्द आई हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें। लाइक और कमेंट करें। अगर आप हमारे चैनल पर नए हैं तो चैनल को सब्सक्राइब जरूर करें। बेल आइकॉन दबाना बिल्कुल न भूलें ताकि सबसे पहले हर वीडियो का नोटिफिकेशन आप तक पहुंचे। अभी के लिए बस इतना ही, सबको नमस्कार!

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