खबर लहरिया Blog चित्रकूट : तीन हज़ार रूपये ने ली महिला की जान

चित्रकूट : तीन हज़ार रूपये ने ली महिला की जान

मामला यह है कि घर से तीन हज़ार रूपये चोरी हो गए थे और पति द्वारा उस पर पैसों को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। हालांकि, पति ने सारे आरोपों को खारिज किया लेकिन फिर यहां ये सवाल उठता है कि आखिर महिला द्वारा आत्महत्या की असली वजह क्या है? तीन हज़ार रूपये या कुछ और?

                                                                                                                        मृतिका का परिवार

महिलाओं को घर की लक्ष्मी कह उनका गृह प्रवेश करवाया जाता है। उनके हाथों में घर सौंपते हुए कहा जाता है कि अब से घर की बागडोर उसे ही संभालनी है। ये तो शादी के बाद की बातें हैं। इससे पहले दहेज़ के नाम पर उनका मोल लगाया जाता है। जो पिता अपनी बेटी का मोल चुका देता है, यह सोचकर की उसकी बेटी खुश रहेगी, तब जाकर उसकी शादी होती है। कुछ गिने-चुने ससुराल वाले शायद फिर लड़की के घर से पैसे की मांग नहीं करते पर कुछ लोगों का लालच कभी खत्म नहीं होता। आपने भी ऐसे कई मामलों के बारे में सुना होगा जहां दहेज़ कम देने या न देने की वजह से महिला को प्रताड़ित किया जाता है और उसे जान से भी मार दिया जाता है। वो कहावत है न, “ना बाप बड़ा न भइया, सबसे बड़ा रुपैया।”

शादी के बाद भले ही अब उसका रिश्ता सबके साथ कुछ न कुछ हो जाता है। वह किसी की भाभी, पत्नी बेटी बन चुकी होती है, वो भी सब शादी के रिश्ते के नाम पर। कुछ महिलाओं के रिश्ते इसलिए फल-फूल नहीं पाते क्यूंकि उसने घर को पैसों से नहीं सजाया। ससुराल वालों की लालसा पूरी नहीं की। ऐसे ही ससुराल वालों की चाहत और पैसों ने महिला की जान ले ली। मैं ऐसा क्यों कर कह रही हूँ, क्यूंकि कुछ ऐसा ही मामला हमारे सामने आया है।

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आमहत्या की सही वजह नहीं पता – मृतिका के माँ-बाप

चित्रकूट जिले के थाना पहाड़ी, गांव चौरा में एक महिला ने 1 दिसंबर 2021 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतिका विनीता के पिता शिवमुरत ने हमें बताया,” मेरी बेटी विनीता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, ये सूचना हमें जैसे ही मिली हम उसके ससुराल चौरा पहुंचे। कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं हुआ था। मामूली घरेलू विवाद में विनीता की जान चली गई। हलकी-फुलकी लड़ाई सबके यहां होती ही है। कुछ तो कारण होगा जो विनीता ने आत्महत्या की। इतनी असानी से कोई अपनी जान नहीं देता। हमें नहीं पता की क्या हुआ होगा।”

विनीता की मां सुखरनिया बताती हैं, उनके पास उनकी बेटी का फोन आया था। उसने कहा था कि घर से तीन हज़ार रूपये चोरी हो गए हैं। वह परेशान थी और रो रही थी। वह समझ नहीं पाईं कि वह आत्महत्या कर लेगी।

आत्महत्या के लिए किया गया है मज़बूर – मृतिका के भाई का आरोप

भाई प्रदीप ने कहा, उसकी बहन की शादी 21 मई 2021 को हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज की मांग कर रहे थे। वह गरीब लोग हैं ज़्यादा कुछ नहीं दे पाए थे। 29 तारीख को फोन आया की उसके तीन हज़ार रूपये चोरी हो गये हैं। वो बहुत परेशान थी और रो रही थी। प्रदीप ने आगे कहा है, “वह अपनी भाभी से फोन पर बात करी थी और रो-रो कर कह रही थी कि मुझे तीन हज़ार रूपये कहीं से भी चाहिए। नहीं तो मैं अपनी जान दे दूंंगी क्योंकि 30 नवंबर 2021 को जब बात हुई तो उसने कहा की उसका पति अनूप धमकी दे रहा रहा है कि अगर तीन हज़ार रूपये नहीं मिले तो वो अपनी जान दे देगा,
तो वो बोली मैं ही आत्महत्या कर लूंगी, वो क्यों मरे,अपनी जान दे।”

उसने आगे कहा, “उसे मजबूर किया गया है आत्महत्या के लिए। छह महीने नहीं हुए थे शादी को और इतनी जल्दी मौत हो गई। ”

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मुझे नहीं पता था कि वह आत्महत्या कर लेगी – मृतिका का पति

विनीता के पति अनूप का कहना है, “मैं फरीदाबाद में काम करता हूँ। दिपावली की छुट्टी में घर आया था। दिपावली के बाद मैं फिर वापस चला गया था। रोज़ बात होती थी। जाते समय 4,500 रूपये देकर गया था। 29 नवंबर को वीनीता ने फ़ोन किया और बताया की तीन हज़ार रूपये चोरी हो गए हैं। मैंने समझाया ऐसे मत कहो, ढूंढों कहीं रखकर भूल गई होगी, मिल जाएंगे। घर में अभी मत बताना भाभी और मां को बुरा लगेगा। 30 नवंबर को फ़ोन करके बताई की पैसे मिल गए हैं। मैंने कहा तुम भूल गई थी देखो मिल गये फिर बोली नहीं मिले मैं तुम्हें देख रही थी कि तुम क्या कहते हो। मैंने कहा कोई बात नहीं, तीन हज़ार रूपये बहुत बड़ी दौलत नहीं है। जाने दो परेशान मत हो। मुझे क्या पता था कि वो आत्महत्या कर लेगी। ”

अगर बात इतनी सी ही होती जैसा की मृतिका के पति अनूप ने कहा, तो महिला आत्महत्या जैसा बड़ा कदम क्यों उठाती? वहीं मृतिका के भाई ने यह आरोप भी लगाया कि उसके ससुराल वालों द्वारा दहेज़ की मांग की जा रही थी। पैसे चोरी होने के बाद वह इतनी परेशान थी कि उसने रोते-रोते सारी बात अपनी माँ और भाभी को भी बताई। उसके पति ने पैसे चोरी हो जाने पर खुद के जान की धमकी दी थी। अगर उसके पति अनूप ने सच में उसे पैसों के बारे में भूल जाने को कहा होता तो वह इतना परेशान क्यों होती? या फिर शादी के बाद से ही, महिला के भाई के अनुसार उससे दहेज़ की मांग की जा रही हो और उस पर आये दिन मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा हो? सास-ससुर ने मामले को लेकर कुछ नहीं कहा। मामले को लेकर अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं लिखी गयी है इसलिए असल मामला क्या है, यह कह पाना मुश्किल है। अब इसमें पति सच कह रहा है या मृतिका का परिवार, यह तो रिपोर्ट लिखे जाने और जांच के बाद ही पता चल सकता है।

इस खबर की रिपोर्टिंग नाज़नी रिज़वी द्वारा की गयी है।

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