खबर लहरिया चुनाव विशेष छतरपुर: “अबकी दारू मुर्गा वालेन का नई देने वोट”

छतरपुर: “अबकी दारू मुर्गा वालेन का नई देने वोट”

मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए मतदाताओं की तैयारी हमने गांव भैरा मजरा छपरा,ब्लॉक राजनगर, जिला छतरपुर में देखी जो बदलती रही है। लोगों के हिसाब से अब वह ऐसा सरपंच चुनेंगे जो उनके इशारे पर काम करे। मतदान के पहले वोट अपनी तरफ करने के लिए किए जाने वाली मुर्गा दारू की पार्टियां, पैसे, साड़ी, चूड़ी का विरोध और बहिष्कार करेंगे। इस जागरुकता के लिए जन विकास संगठन अगुवाई कर रहा है।

बबलू कुशवाहा का कहना है कि जो गलतियां हम सत्तर साल से करते आ रहे हैं वह अब दोहराएंगे नहीं। हम नेताओं से उम्मीद करते आ रहे हैं कि हमारा भला करेंगे लेकिन अब हमें खुद को और ग्राम सभा को मजबूत करना है ताकि हम सरपंच के लिए मजबूत प्रत्याशी बना सके।

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साथ साल के बुजुर्ग मुन्नीलाल कहते हैं कि उन्होंने सरपंच, जिला पंचायत, मुख्यमंत्री के लिए वोट दिया लेकिन किसी ने वोट लेने के अलावा कुछ नहीं समझा गया। हर पंचवर्षीय पैसा से वोट खरीदते थे सरपंच लेकिन अब नहीं खरीद पाएंगे। एक हज़ार देकर वोट खरीदते हैं फिर पांच साल उनको रोना पड़ता है।

रंभा बताती हैं कि सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिलता है। चुनाव के समय सरपंच वादा तो करते हैं लेकिन बाद में सब भूल जाते हैं। सब पैसों से बड़े बड़े लोग हम गरीबों को पैसों का लालच देकर वोट तो ले जाते हैं और बाद में सब भूल जाते हैं। यह सब हमारी खुद की भूल है। इस भूल को अब न दोहराएंगे।

पचपन साल की रामबाई कहती है कि सरपंच आएंगे फिर से वोट लेने। फिर से पैर छूएंगे, हाथ जोड़ेंगे, रिश्ता ढूढ़ते हैं। यह काहे लिए करते हैं सिर्फ और सिर्फ वोट के लिए। अब थाना है कि ऐसे सरपंच को तो वोट ही नहीं करना है।

जन विकास संगठन के अमित भटनागर का कहना है कि वह मतदाता परिषद का गठन करवाएंगे। जहां पाए सभी जातियों के लोग शामिल होंगे। यही हमारी पहली और अंतिम अदालत होगी। इसमें विकास के, विवाद के, गांव के किसी भी प्रकार के निर्णय मतदाता परिषद में होंगे जिनका आसानी से निदान भी किया जा सकेगा। गांव नहीं बनेगा तो घर नहीं बनेगा और देश नहीं बनेगा। गांव का विकास गांव से ही बढ़ेगा। देश की आत्मा रोज के रोज गर्त में जा रही है। राजनीति गांव से दूर रहे तभी लोकतंत्र गांव में टिकेगा।

मध्य प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 13 दिसम्बर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। 13 दिसम्बर से पहले और दूसरे चरण के पंचायत चुनाव के लिये नामांकन भरे गए हैं और आखिरी तारीख 20 दिसम्बर है जबकि तीसरे चरण के लिये 6 जनवरी है। पहले और दूसरे चरण के लिए स्क्रूटनी 21 दिसम्बर और तीसरे चरण के लिये 7 जनवरी है। नाम वापसी की आखिरी तारीख और चुनाव चिन्ह अलॉटमेंट 23 दिसम्बर और तृतीय चरण के लिये 10 जनवरी को दोपहर 3 बजे तक है।

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