खबर लहरिया ताजा खबरें जच्चा-बच्चा के मौत के बढ़ते आंकड़े उठा रहे जननी सुरक्षा योजना पर सवाल

जच्चा-बच्चा के मौत के बढ़ते आंकड़े उठा रहे जननी सुरक्षा योजना पर सवाल

जिला बांदा| सरकार ने गर्भ अवस्था में होने वाली मृत्यु और नवजात शिशु की मौत को देखते हुए 2005 में जननी सुरक्षा योजना और 2017 में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना चलाई है जिससे गर्भ अवस्था में होने वाली मृत्यु दर और नवजात शिशु की मौत पर रोक लग सके| लेकिन यह योजना भी खास सफल होती नजर नहीं आ रही| अभी भी बांदा जिले में एक लाख डिलीवरी पर 201 मृत्यु दर बताई जा रही है तो सोचने वाली बात है कि इस योजना के तहत कितना हद तक रोक लग पाई है| सरकार प्रधानमंत्री मातृत्व योजना के तहत गर्भावस्था में होने वाली पहले मां को 5000 की राशि देती है जो गर्भ में बच्चा आने से ही शुरुआत हो जाती है और जननी सुरक्षा के तहत 14 सो रुपए, यह दोनों मिलाकर ही 6000 बताया जा रहा है सरकारी आंकड़ों और बताने के हिसाब से पता चला कि यह 5000 की राशि जब बच्चा गर्भ में आता है और आशाएं विजिट करती हैं कार्ड बनाती है तब पहली क़िस्त 1000 और दूसरी किस्त 2000 तीसरी 2000 की दी जाती है| लेकिन जब मैंने इस मामले को लेकर गांव मे गर्भवती महिलाओं और यात्रियों से बात की तो पता चला कि यह योजना कागजों में ज्यादा चल रही है धरातल में कम पहले से देने की तो बात छोड़िए| बच्चा होने के बाद भी साल साल दो-दो साल पैसा नहीं मिल रहा है ऐसी स्थिति में किस तरह से महिलाएं स्वस्थ रह पाएंगे|