खबर लहरिया Blog धोखाधड़ी: ब्लड बैंक का कर्मचारी बताकर पीड़ित से ठगा 6 हजार

धोखाधड़ी: ब्लड बैंक का कर्मचारी बताकर पीड़ित से ठगा 6 हजार

स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन अस्पतालों में हो रही दलाली पर आज तक रोक नहीं लग पाई है।

पन्ना: एक व्‍यक्ति दलाली में कितना नीचे तक गिर सकता है, इसका उदाहरण 18 जुलाई 2021 को पन्ना जिलास्प्ताल से सामने आया है। यहाँ एक जरूरतमंद व्‍यक्ति को खून दिलाने के नाम पर खुद को ब्लड बैंक का कर्मचारी बताकर 6000 रूपये पीड़ित व्यक्ति से ठगकर फ़रार हो गया।

 

ब्लड बैंक के बाहर घूम रहे दलाल ने गरीब से ठगे 6000 रुपए

गुनौर निवासी मजदूर अरविंद कुमार प्रजापति अपने 30 वर्षीय पत्नी श्रीमती राजकुमारी प्रजापति एवं एक 2 वर्षीय मासूम बेटी को गंभीर अवस्था में उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया था महिला को खून की कमी के चलते अरविंद कुमार प्रजापति को खून लाने के लिए कहा गया। जब कहीं पर भी खून की व्यवस्था नहीं हुई तब जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर एलके तिवारी द्वारा पीड़ित व्यक्ति को बताया गया कि जितना भी ब्लड पीड़ित महिला को लगेगा वह जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से निशुल्क दिया जाएगा।

व्यक्ति खून लेने ब्लड बैंक जा ही रहा था की एक अज्ञात व्यक्ति ब्लड बैंक का कर्मचारी बताकर 6000 रूपये ले लिया। पीड़ित व्यक्ति के अनुसार अज्ञात व्यक्ति ने उनसे बोला की पैसा उसे दे दे और ब्लड बैंक में जाकर खून ले। ब्लड बैंक के कर्मचारियों द्वारा सिविल सर्जन द्वारा लिखे गए निशुल्क ब्लड के आधार पर उसे ब्लड दिया गया।

पीड़ित मजदूर के साथ हुई ठगी की जानकारी जब जिला अस्पताल के चिकित्सक को प्राप्त हुई तब उनके द्वारा वार्ड बॉय को भेजकर कर्मचारियों के बीच शिनाख्त कराई गई। पीड़ित अरविंद कुमार प्रजापति के द्वारा बताया गया कि यहां पर जितने ब्लड बैंक के कर्मचारी हैं इनके द्वारा ब्लड बैंक के किसी भी कर्मचारी से पीड़ित मजदूर का लेन-देन नहीं हुआ है। पैसे उससे अस्पताल परिसर में लिए गये हैं।

गंभीर हालत में पत्नी को कराया भर्ती

पीड़ित व्यक्ति ने बताया की उसकी पत्नी की हालत नाजुक थी और उसे किसी भी हालत में अपनी पत्नी की जान बचानी थी इसलिए उसने बिना सवाल किये उस व्यक्ति को पैसे दे दिया। दस हजार रूपये कर्ज लेकर अस्पताल आया वह व्यक्ति पता नहीं कब कर्ज उतार पायेगा इस चिंता में वह पहले ही परेशान था। कि एक पल में 6000 रूपये उससे ठग लिया गया इसकी चिंता भी उसे अन्दर ही अन्दर खाये जा रही थी।

दलाल की तलाश में जुटा अस्पताल प्रबंधन

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर एल के तिवारी ने बताया कि पीड़ित व्यक्ति की पत्नी के लिए निशुल्क खून की व्यवस्था अस्पताल की तरफ से की गई है। दलाली करने वाले व्यक्ति की तलाश की जा रही है।

पन्ना पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने बताया कि इस मामले में जल्द से जल्द दोषी का पता लगाया जाएगा और कार्यवाही की जाएगी। ऐसे खून के दलालों एवं जेब कतरों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी ताकि जिला अस्पताल में पहुंचने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों के साथ धोखाधड़ी एवं चोरी की वारदात घटित ना हो सके।

अब सवाल यह उठता है कि ब्लड बैंक के बाहर घूम रहे दलालों जेब कतरों पर अस्पताल, चौकी पुलिस कोई रोक क्यों नहीं लगा पाती है? इन पर कार्यवाही करने से क्यों कतराती है? दो दिन बीत जाने के बाद भी पैसे लेने वाले व्यक्ति को पकड़ा नहीं जा सका है।

इस खबर की रिपोर्टिंग अनीता शाक्या द्वारा की गयी है। 

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