राहुल गांधी से जुड़ा पूरा मामला नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिक व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में वित्तीय अनियमितताओं की जांच से संबंधित है।
नेशनल हेराल्ड अख़बार मामले में राहुल गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा शुक्रवार को फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले ईडी द्वारा राहुल गाँधी से लगातार तीन दिनों तक सवाल-जवाब किये गए थे। असल में, आज से दस साल पहले बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत पर राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग का मामला चल रहा है। जिसके बाद कांग्रेस और भाजपा के बीच बड़े पैमाने पर राजनीतिक टकराव शुरू हो गया है।
ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गाँधी के समर्थन में काफी प्रदर्शन किये जा रहें हैं। कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं को इस दौरान पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। ऐसे में यह सवाल उठाया जा रहा है कि बीजेपी नेताओं से उतनी पूछताछ नहीं की जाती जितने की कोंग्रस से की जा रही है। साथ ही प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा उन पर की जा रही हिंसा को लेकर सवाल उठाये हैं।
बता दें, आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उपराज्यपाल के घर के सामने पुलिस की मनमानी के खिलाफ कार्यवाही की मांग करने को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिसके बाद कई बड़े नेताओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं पर वॉटर कैनन से पानी डाला गया तो कई नेता बैरिकेड को लांघते हुए दिखें।
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दिल्ली पुलिस की बर्बरता पर कांग्रेस नेता मिले लोकसभा स्पीकर से
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आज लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से मुलाक़ात की और उनके नेताओं व कार्यकर्ताओं पर दिल्ली पुलिस द्वारा किये जा रहे ज़ुल्म को लेकर ऐतराज़ जताया। इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के बर्ताव व पुलिस द्वारा कांग्रेस मुख्यालय में प्रवेश पर नाराज़गी जताई।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने की बैठक
आज दिल्ली के कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व एमपी नेताओं द्वारा बैठक की गयी। बैठक में बुधवार को पार्टी के कार्यालय में घुसकर कार्यकर्ताओं पर लाठचार्ज के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया गया और आगे की योजना को लेकर बातचीत की गयी।
A meeting of AICC GSs, In-Charges, MPs & Senior Leaders present in Delhi was held today at AICC HQ to discuss the plan of action against the police atrocities in AICC yesterday and the brutal crackdown on @INCIndia leaders & further course of actions. pic.twitter.com/4LOAdUR4Fa
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) June 16, 2022
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कांग्रेस नेताओं के साथ किया जा रहा है गलत व्यव्हार
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पुलिस थानों में भी दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस सांसदों के साथ ऐसा व्यवहार किया जैसे हमारे सांसद और कार्यकर्ता आतंकवादी हों। राहुल गांधी को लगातार 3 दिनों तक 10-12 घंटे लंबी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। हमें इसका कोई विरोध नहीं है। हम सिर्फ इतना कहना चाहते हैं कि प्रतिशोध और हिंसा की राजनीति का प्रयोग न करें। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि स्पीकर ने हमारी बातों को ध्यान से सुना।
दिल्ली पुलिस ने हिंसा के आरोपों को किया खारिज़
दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कांग्रेस द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया। दिल्ली पुलिस ने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी कांग्रेस मुख्यालय में ज़बरदस्ती नहीं गया था। न ही पुलिस द्वारा विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं और नेताओं की पिटाई की गयी है।
पुलिस ने यह भी कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेताओं को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन करने का सुझाव दिया था। इसके बावजूद भी कांग्रेस नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए सार्वजानिक व्यवस्था में परेशानी खड़ी करी है।
आपको बता दें, कांग्रेस ने बुधवार को दिल्ली के 24 अकबर रोड पर स्थित पार्टी मुख्यालय में पुलिस के प्रवेश व हमले के खिलाफ तुगलक रोड पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की थी। इसमें यह आरोप लगाया गया था कि बिना किसी उकसावे के पुलिस ने कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया है। जिसके बाद कांग्रेस नेता अविनाश पांडेय, हरीश चौधरी, प्रणव झा, चेल्ला वामशी रेड्डी आदि ने एसीपी व एसएचओ से मुलाकात की।
प्रदर्शन के दौरान सचिन पायलट को किया गिरफ्तार
वहीं राहुल गाँधी नेशनल हेराल्ड मामले में प्रदर्शन करने के दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट को दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ़्तार कर लिया गया और उन्हें नरेला पुलिस स्टेशन में रखा गया।
Still at Narela Police station, Singhu border. pic.twitter.com/8pOx55lYOU
— Sachin Pilot (@SachinPilot) June 15, 2022
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30 घंटों तक हुई राहुल गाँधी से पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा राहुल गांधी से पूरे 30 घंटों तक पूछताछ की गयी। तीसरे दिन बुधवार को भी करीब 8 घंटे तक पूछताछ की गयी। इस दौरान उनसे एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और इसके मालिकाना हक रखने वाली कंपनी यंग इंडियन (YI) से जुड़े फैसलों में उनकी निजी भूमिका के बारे में सवाल-जवाब किये गए। पूछताछ के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ईडी को बताया कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड की संपत्ति के यंग इंडियन के अधिग्रहण से जुड़ी सभी लेन-देन कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा ही देखते थे।
राहुल गाँधी ने पूर्व कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा पर डाली सारी बात
ईडी के सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने यंग इंडियन द्वारा लिए गए किसी भी लोन की जानकारी होने से मना कर दिया। उन्होंने इसकी सारी ज़िम्मेदारी कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष मोतीलाल वोरा पर डाला। मोतीलाल वोरा की काफी समय पहले मृत्यु हो चुकी है। बता दें, राहुल गांधी और सोनिया गांधी की यंग इंडियन में 76 फीसदी की हिस्सेदारी है और बाकी 24 फीसदी वोरा और ऑस्कर फर्नांडीस (प्रत्येक 12 फीसदी) के पास है। वोरा और फर्नांडीस का दिसंबर 2020 और सितंबर 2021 में निधन हो गया था।
कांग्रेस सचिव प्रणव झा ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि ईडी की कार्यवाही न्यायिक प्रक्रिया के तहत है और उसे लीक (जानकारी बाहर निकालना) करना अपराध है। इसलिए हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे। बुधवार को लगातार तीसरे दिन पूछताछ के बाद ईडी अब तक राहुल गांधी से करीब 30 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है। वहीं, ईडी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को शुक्रवार को चौथी बार पूछताछ के लिए बुलाया है।
नेशनल हेराल्ड का पूरा मामला
राहुल गांधी से जुड़ा पूरा मामला नेशनल हेराल्ड अखबार के मालिक व यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में वित्तीय अनियमितताओं की जांच से संबंधित है।
यंग इंडियन लिमिटेड एक निजी कंपनी है जिसमें 76 प्रतिशत की हिस्सेदारी राहुल गाँधी और सोनिया गाँधी की है वहीं बाकी मोतीलाल वोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास।
एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) के पास नेशनल हेराल्ड अख़बार का मालिकाना हक़ था। नेशनल हेराल्ड अख़बार को साल 1938 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने स्थापित किया था।
नेशनल हेराल्ड अखबार के दिवालिया होने के बाद उसने साल 2008 में अख़बार छापना बंद कर दिया। जानकारी के अनुसार, कहने के लिए नेशनल हेराल्ड के पास दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति थी। अख़बार द्वारा हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज का प्रकाशन किया जाता था।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में इस प्रकाशन का एक लंबा इतिहास रहा है जिसे कांग्रेस ने पुनर्जीवित करने का प्रस्ताव रखा। इसके लिए 90 करोड़ रूपये का ब्याज बिना ऋण के कांग्रेस पार्टी के फण्ड से दिया गया।
एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड ने अपना पूरा शेयर यंग इंडियन लमिटिड कम्पनी को 50 लाख रूपये में ट्रांसफर कर दिया। ऐसा इसलिए क्यूंकि कंपनी अपने क़र्ज़ को चुका पाने में असमर्थ थी।
इसके बाद इस मुद्दे पर काफी लोगों की नज़रे पड़ी और मुद्दा चर्चा में आया।
साल 2013 में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक शिकायत दर्ज की थी कि कांग्रेस ने एजेएल, जिसमें 1,000 से ज़्यादा शेयर धारक हैं और 2 अरब रूपये से ज़्यादा की अचल संपत्ति है उसे सिर्फ 50 लाख रूपये में कैसे खरीदा।
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि सोनिया, राहुल और अन्य लोगों ने 90.25 करोड़ रुपये में कांग्रेस को धोखा दिया है जो उन्होंने एजेएल को क़र्ज़ के रूप में दिया था।
सुब्रमण्यम ने इस मामले में कहा कि गांधी परिवार के साथ मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडिस, सुमन दुबे और सैम पित्रोदा भी आरोपी हैं।
उन्होंने यह भी पूछा कि कांग्रेस ने एजेएल को पार्टी फंड से पैसा क्यों दिया। जबकि उन्हें पता है कि राजनीतिक दलों का बिज़नेस के लिए पार्टी फण्ड से पैसा देना कानून के खिलाफ है। इसके जवाब में कांग्रेस ने कहा कि एजेएल को कर्ज देना कारोबार के लिए अच्छा नहीं होगा।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2015 में वरिष्ठ वकील शांति भूषण ने बताया था कि उनके पिता विश्वामित्र के पास भी एजेएल के शेयर थे। वहीं शेयरधारकों से पूछे बिना यंग इंडियन को स्वामित्व दे दिया गया था।
यह बात तब सामने आई थी जब साल 2014 में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट गोमती मनोचा ने गांधी परिवार समेत सभी बचाव पक्ष के लोगों को तलब किया था। मजिस्ट्रेट के अनुसार, शिकायतकर्ता ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 403, 406, और 420 के तहत प्राथमिक मामला दर्ज़ कराया था।
साल 2014 में ईडी ने यह देखने के लिए जांच शुरू की थी कि कहीं मामला मनी लॉन्ड्रिंग (काले धन को वैध बनाना) का तो नहीं है। इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी को साल 2015 में पटियाला हाउस कोर्ट ने ज़मानत दे दी गयी थी। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2016 में बचाव पक्ष के खिलाफ आरोपों को खारिज करने से इंकार कर दिया था।
फिर साल 2019 में ईडी ने मुंबई में नेशनल हेराल्ड की 16.38 करोड़ रुपये की संपत्ति ज़ब्त की।
इस समय ईडी द्वारा यंग इंडियन और एजेएल के शेयरधारिता ढांचे, वित्तीय लेनदेन और इसमें भागीदारी रखने वाले लोगों की जांच कर रही है। वहीं कांग्रेस द्वारा मोदी सरकार और सत्ताधारी भाजपा पर राजनीतिक प्रतिशोध के लिए एजेंसियों का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
अभी भी नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा राहुल गाँधी से पूछताछ ज़ारी है। कल शुक्रवार को ईडी द्वारा लगातार चौथे दिन राहुल गाँधी को बुलाया गया है। कांग्रेस और बीजेपी के बीच बढ़ता तनाव दो शक्तियों के बीच की लड़ाई की तरह सामने आ रहा है।
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