खबर लहरिया Blog चित्रकूट का नारी शक्ति कराटे सेंटर जहाँ निशुल्क जूडो कराटे सिखाया जा रहा

चित्रकूट का नारी शक्ति कराटे सेंटर जहाँ निशुल्क जूडो कराटे सिखाया जा रहा

देश में महिलाओ के प्रति बढ़ रही हिंसा को रोकने और आत्म सुरक्षा के लिए चित्रकूट में खुला नारी, शक्ति कराटे सेंटर जहा निशुल्क जुड़ो कराटे सिखाया जा रहा है


महिलाओं की सुरक्षा बहुत मायने रखती है चाहे वह घर पर हो, या घर के बाहर जैसे की हम हम सभी जानते है की पिछले कुछ सालों में भारत के कुछ हिस्से में महिलाओं के खिलाफ अपराध काफी हद तक बढ़ गए हैं।     

देश मे बढ़ती  महिला हिंसा को देखकर चित्रकूट जिला के  रुकमणि सेवा संस्थान के संस्थापक  ने  कुबेरगंज मोहल्ले में जुड़ो कराटे का क्लाश  सुरु किया है इनका कहना है की आजकल रेप की घटनाये बढ़ रही है महिला हिंसा बढ़ रही है उसको देखते हुए वो बहुत जरुरी था की लड़कियों में आत्मविश्वास पैदा हो, इस लिए इन्होने लगभग 35 लड़कियों को एडमिशन दिया है और लड़किया आती है यहाँ पर जुड़ो कराटे सिखने ताकि वो हिम्मत से आगे बढ़ सके और यह निशुल्क कराटे सिखाया जा रहा है जिसका उद्घाटन 15 दिसंबर से सुरु हुआ था  

छात्रा वंदना सोनी का कहना है की जुड़ो कराटे हम आत्मरक्षा के लिए सीखते है और ये जो माहौल है उसके लिए सीखते है अपना रक्षा करने के लिए आज के समय में हम अपने को सुक्षित नहीं मानते है इस लिए सीखते है 

कराटे ट्रेनर निशान्दनी जयसवाल का कहना है महिलाओं पर इतनी हिंसा हो रही है महिलाएं  अपने को सुरक्षित नहीं समझ पाती है  इस उद्देश्य के मै भी यहां ट्रेनर सलाहकार के पद पर यहां हू हमारे यहां कुछ नियम भी तय किये गए है जैसे बच्चों को लोवर टीशर्ट ही पहननी अनिवार्य है बाल खुले नहीं होने चाहिए पोनीटेल बंधी होनी चाहिए बिना कोई किलिप के इसको देखते हुए बच्चो को यहाँ जुड़ो कराटे सिखाया जाता है और यहाँ बच्चे हर रोज़ 35 से 40 आते है सिखने 

जूडो कराटे वैसे तो हर जगह सिखने को मिल जाते है जैसे स्कूलो में इसकी और क्लाश भी लगती है इनमे लड़किया काफी बढ़ चढ़ कर सिखने का प्रयास भी करती है ताकि वो खुद को आत्म रक्षा कर सके ! सभी छात्राओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए सेल्फ डिफेंस प्रशिक्षण दिया जाना बहुत ही आवश्यक भी है 

छात्र जीतेन कुमार  का कहना है की अभी तो मात्र दो ही दिन हुए है हमे आये हुए चार छह ही स्टेप बता पाए है बच्चो को जैसे – जैसे टाइम देते जाएंगे लेकिन काफी कुछ सिख कर जायँगे बच्चे और पूरा पूरा मन भी लगा रहे है वो अपना पूरा मेहनत करते है सिखने में पूरा फोकस है सिखने में 


रत्ना रैकवार का कहना है की हम जूडो कराटे सिखने आये है क्यूंकि हम अपने आप पर भी सुरक्षित नहीं है और दुसरो पर भी सुरक्षित नहीं है क्यूंकि आज के युग में इतना भ्रस्टाचार हो रहे है की अपने आप को सेफ्टी रखना और दूसरे को सेफ्टी रखने के लिए सब सीखना ज़्यादा जरुरी है आज कल लड़को को देखिये रास्ते चलते कमेंट करते है लोगों को इस लिए हमे कराटे सीखना जरुरी है ताकि हम अपने को सेफ्टी कर सके आत्म सुरक्षा कर छेड़खानी हमेशा लड़के ही क्यों करते है इस लिए ज़्यादा जरुरी है सीखा और सभी को सीखना चाहिए  सके.