खबर लहरिया ताजा खबरें महोबा के कुलपहाड़ के नामदेव सांताक्लॉज बनकर बांटते हैं उपहार और खुशियां

महोबा के कुलपहाड़ के नामदेव सांताक्लॉज बनकर बांटते हैं उपहार और खुशियां

महोबा जिले का ब्लॉक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ तहसील व कोतवाली कुलपहाड़ के रहने वाले नामदेव ने बताया कि वह हर 25 दिसंबर को यानी क्रिसमस वाले दिन सांताक्लॉज बनते हैं। तकरीबन दस सालों से वह सेंटर क्लॉज बन रहे हैं और हर साल इसी तरह स्कूलों में भी जाते हैं। वह बताते हैं कि वह दिसंबर की 20 तारीख से सेंटर क्लॉज बनना शुरू करते हैं और क्रिसमस तक इसी तरह बच्चों से मिलते हैं।

उनका कहना है कि वह खाली पेप्सी की बोटल और अखबार को गोंद से चिपकाकर सांताक्लॉज बनाते हैं। दिसंबर 25, 4 ईसा पूर्व को यीशु मसीह का जन्म हुआ था। इनके जन्मदिवस के दिन लोग घरों में केक काटते हैं और धूमधाम से मनाते हैं। क्रिसमस भी लोग इसी तरह से क्रिसमस ट्री को सजाकर और केक बनाकर मनाते हैं।

इस दिन लोग चर्च में जाकर मोमबत्ती भी जलाते हैं। क्रिसमस आमतौर पर क्रिस्चियन का त्योहार माना जाता है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह त्योहार हर व्यक्ति द्बारा अपनी तरह से मनाया जाता है। स्कूल के बच्चे भी इस दिन सेंटर क्लॉज बनते हैं और अलग-अलग क्लास में जाकर दूसरे बच्चों को टॉफियां बांटते हैं। स्कूल में क्रिसमस से संबंधित कई नाटक और गीत भी होते हैं। सभी लोग इस दिन काफ़ी मज़े करते हैं और खुशियां बांटते हैं।