खबर लहरिया ताजा खबरें मेरी थायलैंड यात्रा देखिए द कविता शो, एपिसोड 85

मेरी थायलैंड यात्रा देखिए द कविता शो, एपिसोड 85

इस बार के शो में अपने विदेश यात्रा का अनुभव सेयर करना चाहती हूँ जो मेरी दुनिया से बहुत अलग था. खबर लहरिया की तरफ से मुझे थाईलैंड बुलाया गया वहां पर तीन दिवसीय का प्रेस्कान्फ्रेस था इस प्रेस कान्प्रेस में कई अलग अलग देशों के पत्रकार आये थे . कई पत्रकारों ने अपने पत्रकारिता के दौरान चुनौतियाँ और सफलताये बताये और अपने इलाके के काम के बारे में भी सबलोग अपना प्रस्तुती करन इग्लिश में कर रहे थे लेकिन मुझे ज्यादा इग्लिश नहीं आती है

मेरी एक सहेली जो खबर लहरिया में काम करती है उन्होंने तान्स्लेट करके काफी कुछ बताए. मेने भी अपने खबर लहरिया के काम का प्रस्तुती करन किया जो लोगों को बहुत पसंद आया लोगों ने कहा की दुनिया में सबसे अलग काम कर रहे हैं कई चुनौतिया थी जो हमारी पत्रकारिता जगत से सेम मिलती जुलती है की कैसे एक पत्रकार को राजनैतिक पार्टिया या अमीर लोग अपने पछ में खबर कराना चाहते है लेकिन इनको पार करके निस्पछ काम कर रहें है मेने वहां पर बड़ी संख्या मे महिला पत्रकारों को देखा तो बहुत अच्छा लगा जो हमारे देश में न के बराबर महिला पत्रकार हैं साथ ही मैने ये देखा और अनुभव करी की बाकी देश में महिलाओं को कितनी आजादी है ओ सब अपने मन के कपड़े पहन सकती हैं ऐसे कपड़े जिसमें उनको सुकून हो आराम दायक होऔर खाना पीना भी अपने मन का . में सोच रही थी अपने इलाके की महिलाओं और लडकियों के बारे में की हम कितनी घुटन भरी जिन्दगी जीते है हमारे यहाँ की संस्क्रती को क्यों इतना रूढवादी बनाया गया है और सिर्फ महिलाओं के लिए .

में खासकर महिलाओं के बारे में चिन्तन कर रही थी की मेरे बुन्देलखण्ड की ओरते भारी मोटी मोटी साडी पहन और घुघट में रहती है घुघट में रहकर ही सारा काम भी करना पड़ता है यहाँ तक की खाना भी घुघट में ही खाना पड़ता है बहुत ही घुटन होती है क्या कभी ये समाज ओरतो खुलापन के बारे में सोचेगा क्या कभी बाकी देशो के जैसे मेरे इलाके की ओरतो को आजादी मिलेगी मेरे मन में सैकड़ो सवाल उठ रहे थे .

मैं ऐसा बिलकुल नहीं कह रही की हमारे देश में सब कुछ खराब ही है कयी चीजे भारत की भी अच्छी हैं पर यहां की खूब सूरत संसक्रति को कितना रूढ़िवादी बनादिया गया है ऐसा क्यों साथियो मेने खूब इन्ज्वाय किया किया दो दो हवाई जहाज में यात्रा करी खूब मस्ती करी और बाकी लडकियों के बारे में उस समय दुआ माग रही थी जब मै आकाश में उड़ रही थी तो मैं बादलो से बाते कर रही थी मेरे जैसे उड़ान भरने का मौक़ा बाकी ओरतो को भी मिले मैंने विदेश की हर याद को फेसबुक के जरिए सबके साथ में साझा किया है मेरे कयी साथियों ने मेरा हौसला अफजाई किया है कयी लोगों ने कहा है कि हम सैलूट करते हैं तो कयियो ने कहां कि बुन्देलखण्ड की शान को विदेश जाने का मौका मिला वो बहुत खुश बहुत लोगों ने कहां कि मैं विदेश का अनुभव सबके साथ में सेयर करूं तब मुझे लगा कि अपने शो के माध्यम से मैं बात सबतक पहुंचाऊ