महोबा जिले में कजली मेले की तैयारियां शुरू हो गयी हैं। यह मेला ऐतिहासिक मेलों में से एक है। कजली मेले को ‘आल्हा ऊदल’ के नाम से भी जाना जाता है।
आल्हा मंच के अध्यक्ष शरद तिवारी ने खबर लहरिया को बताया कि इस साल लोग बहुत ही उल्लास से मेले की तैयारियां कर रहें हैं। वह इस मेले में ग्रामीण क्षेत्रों के युवा और कलाकार को टैलेंट प्रस्तुत करने की जगह देंगे। आगे कहा कि वह शासन के नियम के अनुसार ही काम करेंगे। वह कोरोना को देखते हुए अपने आगे के कार्यक्रम बनाएंगे।
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महोबा के नगर पालिका अधिशासी अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि नगर पालिका के तरफ से तैयारियां चल रही हैं। साफ़-सफाई, पंडाल और मीटिंग आदि कार्य हो चुके हैं। कजली मेला 13 अगस्त से 19 अगस्त तक चलेगा।
दुकानदारों का आरोप है कि इस साल मेले में लगने वाली दुकाने काफ़ी महंगी मिल रही हैं। नगरपालिका के ज़रिये दुकान का ठेका हो रखा है। 10 बाई 10 का के लिए दुकानदारों को 12 से 15 हज़ार देना पड़ रहा है।
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स्थायी निवासी दयाशंकर कहते हैं कि वह हर साल कीरत सागर में मेला लगाते थे लेकिन इस साल दुकान बहुत महंगी मिल रही है जिससे वह इस साल दुकान नहीं लगा पाएंगे। उन्होंने सोचा था कि क्योंकि 2 सालों से मेला नहीं लगा तो दुकानें सस्ती लगेगी पर ऐसा नहीं हुआ।
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