खबर लहरिया खेती किसानों की खड़ी फसल में अचानक आग लगने से हुआ लाखों का नुकसान

किसानों की खड़ी फसल में अचानक आग लगने से हुआ लाखों का नुकसान

गर्मी शुरु होते ही हर दिन आग लगने की खबरें सामने आने लगी हैं ताज़ा मामला चित्रकूट और महोबा जिले से सामने आया है खेत में लगे बिजली के तार से चिंगारी निकलने से लगभग 8 बीघा फसल जलकर पूरी तरह से राख हो गयी। चित्रकूट जिले में भी देखने को मिला। जिसमें जिला चित्रकूट के ब्लाक रामनगर गांव रामनगर में एक किसान की फसल में अचानक से आग लगने से उसकी दो बीघा गेहूं की फसल जलकर पूरी तरह बर्बाद हो गयी।

मिली जानकारी के अनुसार, बिजली के ट्रांसफार्मर से खेत में आग लगी थी। बहुत मेहनत और पैसे लगाकर फसल तैयार की गयी थी। खाद में तकरीबन पांच हज़ार रुपयों तक खर्च आया था। लोगों द्वारा आग बुझाने के लिए अग्निशामक को भी बुलाया गया। किसान के सामने इस समय सबसे बड़ा सवाल मुआवज़े का है कि वह उसे मिलेगा भी या नहीं। अगर मिलेगा भी तो कितना मिलेगा।

सब कुछ उनका खेती पर ही निर्भर था। सब नष्ट हो जाने पर जीविका का सवाल भी सामने आकर खड़ा हो जाता है। ऐसा ही एक मामला महोबा ब्लाक जैतपुर गांव अजनर में 30 मार्च को बिजली के तार में चिंगारी लगने से आग पकड़ गयी। जिसमें 40 बीघा गेहूं की फसल जलकर पूरी तरह से ख़ाक हो गयी। इमसें लोगों की परेशानी परिवार का भरन-पोषण और घर चलाना है।

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राजेंद्र का कहना है कि उनकी बेटी की शादी है। जो भी खेती थी वो तो जलकर राख हो गयी। ऐसे में वह बेटी की शादी कैसे करवाएं। कई बार उन्हें विभाग के अधिकारी को लटकती तारों को लेकर शिकायत की क्यूंकि उससे हर साल चिंगारी निकलती थी। लेकिन कुछ नहीं हुआ। हर साल इसकी वजह से आग लग जाती है। वह बताते हैं कि उनके 40 बीघा ज़मीन में तकरीबन दो लाख की लागत आयी थी।

आंजना थाना अध्यक्ष श्याम प्रताप पटेल का कहना है कि वह मौके पर जाँच के लिए पहुंचे थे। मामले को लेकर विद्युत विभाग के विकास एसडीएम कुलपहाड़ को रिपोर्ट दी गयी है। कुलपहाड़ के एसडीएम आवेश का कहना है कि राजस्व विभाग ने ही मौके पर रिपोर्ट बनाई है। उस रिपोर्ट को विद्युत विभाग कुलपहाड़ को दे दिया गया है क्योंकि विद्युत विभाग की ही तरफ से आग लगी है।